ब्यूरो सुनील कुमार पाण्डेय
अयोध्या।बंगाल में हो रही हिंसा पर रामनगरी के जगदगुरु परमहंस आचार्य पीठ श्री तपस्वी जी की छावनी के महंत जगतगुरु परमहंस आचार्य ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग को लेकर खुद की चिता लगाकर आज पूजन किया। उन्होंने कहा कि कोलकाता के लिंग की तरह वेस्ट बंगाल में हिंसा हो रही है।डायरेक्ट एक्शन डे की ही तरह पश्चिम बंगाल में लाखों लोगों की हत्या हो रही है।लेकिन ममता बनर्जी पीड़ितों को न्याय दिलाने की बजाय घुसपैठिए और रोहिंग्या मुसलमानों को खुली छूट दे रखी है। आवश्यक है संविधान की रक्षा के लिए पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। उन्होंने कहा कि मैं समर्थ हूं चाहूं तो अपने अनुयायियों को हथियार उठाने के लिए धर्म आदेश भी जारी कर सकता हूं और पश्चिम बंगाल में घुसपैठिए और रोहिंग्या मुसलमानों को मुंहतोड़ जवाब दे सकता हूं,लेकिन यह असंवैधानिक होगा और संविधान की मर्यादा का पालन करना हमारे लिए सर्वोपरि है।इसलिए केंद्र सरकार से हमारी मांग है कि पश्चिम बंगाल में पीड़ितों को न्याय मिले और दोषियों को सख्त सजा मिले और पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए यदि ऐसा नहीं हुआ तो परमहंस ने कहा कि मैंने चिता लगाकर पूजन कर लिया है। इसी चिता में 25 मई को दिन में 12:00 बजे भारत माता के चरणों में प्रणाम करते हुए देश की जनता से क्षमा मांगते हुए संसार को अलविदा कहूंगा परमहंस की इस भीषण प्रतिज्ञा से प्रदेश से लेकर दिल्ली तक हाहाकार मच गया है।
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