रिपोर्ट-भूपेंद्र प्रताप सिंह
प्रतापगढ़।कहते हैं कि वीर जवानों का सीमा पर जाना जितना देशवासियों को सुख देता है उससे कही ज्यादा दुख उनका इस संसार से जाना (शहीद होना) होता है।शहीदों के घर से लेकर पूरा देश गमगीन हो जाता है।ऐसी ही एक दुखद खबर हिमाचल प्रदेश से है,जहां भूस्खलन की चपेट में आकर उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले का लाल रितेश शहीद हो गया।ये दुखद खबर शहीद के गांव और क्षेत्र में आग की तरह फैल गई।हंसते खेलते हुए घर को पल भर में दुख के ग्रहण ने अपने आगोश में लिया।गांव और क्षेत्र में मातम के बादल छा गये।शहीद जवान का शव अंतिम संस्कार के लिए आज शनिवार को उनके पैतृक गांव पूरेभैया पहुंचेगा।
आपको बताते चले कि जिले के अंतू थाना क्षेत्र के रहने वाले सेना के जवान रितेश पाल सिर्फ 32 साल के थे।रितेश 2010 में सेना में भर्ती हुए और सेना की इंजीनियरिंग कोर में नायब थे।रितेश हिमाचल के कुल्लू मनाली में तैनात थे। शुक्रवार की सुबह बारिश की वजह से सड़क बाधित हो गई थी।रितेश अपने साथियों के साथ जेसीबी से सड़क को ठीक करने में जुटे थे और तभी भूस्खलन की वजह से रितेश के ऊपर पहाड़ टूटकर गिर पड़ा।पहाड़ टूटकर गिरने से रितेश जेसीबी सहित गहरी खाई में गिर गए और उनकी मौत हो गई।रितेश के घर वालों को जब उनकी मौत की सूचना दी गई तो पैरों तले जमीन खिसक गयी। शहीद जवान रितेश का छोटा भाई भी सेना में है।