अंतरराष्ट्रीय समुदाय की लताड़ के बाद हरकत में आई इमरान सरकार,पाक में मंदिर हमले के आरोप में 38 कट्टरपंथी गिरफ्तार
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की लताड़ के बाद हरकत में आई इमरान सरकार,पाक में मंदिर हमले के आरोप में 38 कट्टरपंथी गिरफ्तार


08 Aug 2021 |  404



 



पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ जो अत्याचार हो रहा है पूरे जग में जाहिर हैं।पाकिस्तान अपने यहाँ अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा नही कर पा रहा है।अल्पसंख्यकों के हितो की रक्षा न करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा बार-बार लताड़ लगाने के बाद इमरान खान की सरकार ने शनिवार को रहीम यार खान में हिंदू मंदिर पर हमले के आरोप में 38 कट्टरपंथियों को गिरफ्तार कर बहावलपुर में एक आतंकवाद विरोधी अदालत के समक्ष पेश किया गया।पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश गुलजार अहमद ने एक दिन पहले रहीम यार खान में भीड़ से हिंदू मंदिर की सुरक्षा के लिए कार्रवाई करने में फेल रहने के लिए पंजाब पुलिस प्रमुख को जमकर लताड़ा और घटना में शामिल सभी दोषियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था।

आपको बता दें कि हाल ही में रहीम यार खान जिले के गांव भोंग में एक दर्जन से अधिक कट्टरपंथियों की भीड़ ने लाठी-डंडों से लैस होकर एक हिंदू मंदिर में जमकर तोड़फोड़ की थी।कट्टरपंथियों की भीड़ ने नारेबाजी के साथ पूजा स्थल पर मूर्तियों को भी तोड़ा था।कट्टरपंथियों द्वारा घटित की गयी इस पूरी घटना पर पाकिस्तानी सांसद और हिंदू समुदाय के नेता रमेश कुमार वंकवानी ने घटना का वीडियो भी शेयर किया था।एक वीडियो में कट्टरपंथियों की भीड़ को मंदिर के बुनियादी ढांचे को नष्ट करते देखा जा सकता है।

आपको बता दें कि पिछले एक वर्षों में कट्टरपंथियों द्वारा पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के पूजा स्थलों पर हमलों में काफी बढ़ोतरी हुई है।पाकिस्तान अपने अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा न करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय बार-बार डांट फटकार लगाता रहा है।

2020 दिसंबर में स्थानीय मुस्लिम मौलवियों के नेतृत्व में सौ से अधिक लोगों की भीड़ ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कराक जिले में मंदिर को नष्ट कर दिया और आग के हवाले कर दिया था।सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो क्लिप में कट्टरपंथियों की भीड़ को मंदिर की दीवारों और छत को तोड़ते हुए दिखाया गया था।पाकिस्तान अपने धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव करता रहा है, जो हिंसा, सामूहिक हत्याओं, अपहरण, दुष्कर्म, इस्लाम में जबरन धर्मांतरण आदि के विभिन्न रूपों में प्रकट होता है। जिससे पाकिस्तानी हिंदू, ईसाई, सिख, अहमदिया और शिया बन जाते हैं।अपने अल्पसंख्यकों का सबसे अधिक उत्पीड़न पाकिस्तान में ही किया जाता है।अल्पसंख्यकों का सबसे ज्यादा उत्पीड़न इमरान खान की सरकार में हो रहा है।


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