योगी सरकार को अधिवक्ता की हत्या को लेकर सपा,बसपा और कांग्रेस ने घेरा
योगी सरकार को अधिवक्ता की हत्या को लेकर सपा,बसपा और कांग्रेस ने घेरा



18 Oct 2021 |  136



रिपोर्ट-शुभम कुमार यूपी क्राइम हेड 



 लखनऊ।शाहजहांपुर के एसीजेएम ऑफिस में सोमवार को दिन-दहाड़े एक अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई।हत्या करने के बाद हत्यारा मौके पर तमंचे को छोड़कर भाग गया।अधिवक्ता के हत्या की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया।पुलिस हत्यारे की खोज शुरू कर दी है।अधिवक्ता की हत्या को लेकर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के मुखिया ने शाहजहांपुर में हुई अधिवक्ता की हत्या को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।



सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि शाहजहांपुर में कोर्ट में ही एक वकील की सरेआम हत्या ने एनकाउंटर सरकार के झूठे प्रचार का सच जनता के सामने लाकर रख दिया है।भाजपा सरकार में उप्र ईज ऑफ डूइंग क्राइम में नंबर वन हो गया है।



बहुजन समाजवादी पार्टी की मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी अधिवक्ता की हत्या को को शर्मनाक बताते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया हैं। मायावती ने ट्वीट कर कहा कि यूपी के जिला शाहजहांपुर के कोर्ट परिसर में वकील की आज दिन दहाड़े हुई हत्या अति-दुखद और शर्मनाक है। जो यहां की भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति और इस सम्बंध में सरकारी दावों की पोल खोलती है।अब अन्ततः यही सवाल उठता है कि यूपी में आखिर सुरक्षित कौन? सरकार इस ओर समुचित ध्यान दे।



कांग्रेस ने शाहजहांपुर में अधिवक्ता की हत्या को लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया हैं।कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि शाहजहांपुर में कचहरी के तीसरी मंजिल पर वकील भूपेंद्र प्रताप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है।उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था छुट्टी पर है।अपराधी बेखौफ होकर अपना काम कर रहे हैं।कांग्रेस ने साथ में सीएम योगी को टैग करते हुए लिखा नींद से कब जागेंगे।



आपको बता दें कि सोमवार को शाहजहांपुर एसीजेएम कोर्ट परिसर में लगभग 11:45 से लेकर 12 बजे के बीच एक स्थानीय अधिवक्ता भूपेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी।जिस समय कचहरी के अंदर हत्या हुई वहां कोई और मौजूद नही था।हत्या करने में इस्तेमाल किया गया तमंचा अधिवक्ता के शव के पास पड़ा हुआ मिला।



शहर के जलालाबाद के रहने अधिवक्ता भूपेन्द्र सिंह काफी समय से स्थानीय कोर्ट में वकालत कर रहे थे।सोमवार को रोज की तरह कोर्ट पहुंचे और लगभग साढ़े 11 से 12 बजे के बीच न्यायिक भवन की तीसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय में मुकदमों के बारे में जानकारी लेने गए थे,और तभी अचानक गोली चलने की आवाज सुनाई दी।कोर्ट में मौजूद कर्मचारियों ने जब मौके पर जाकर देखा तो भूपेंद्र सिंह खून से लथपथ जमीन पर पड़ मिले थे और सिर में गोली लगी थी।



अधिवक्ता की हत्या की सूचना मिलते ही एसपी एस आनंद और डीएम इंद्र विक्रम सिंह मौके पर पहुंचे और काफी देर तक जांच की।बताया जा रहा है कि घटना के समय भूपेंद्र सिंह अकेले थे और वो तारीख देखने गए थे।पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि उनको किसी ने गोली मारी है या खुद आत्महत्या की है। कोर्ट परिसर के बाहर भारी पुलिस बल की तैनाती है ऐसे में तमंचा लेकर कोर्ट परिसर में किसी का भी आना कोर्ट की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े करता है।


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