युवाओं के बढ़ते फैशन में संस्कारों का घुट रहा दम,चिंता का विषय:शुभम मिश्रा पत्रकार
युवाओं के बढ़ते फैशन में संस्कारों को का घुट रहा दम,चिंता का विषय:शुभम मिश्रा पत्रकार


17 Nov 2021 |  195





प्रतापगढ़।देश में आज लगातार युवाओं के बढ़ते फैशन के चलते संस्कारों का दम घुट रहा है।मानो या न मानो पर यह बात सच है कि आज हम फैशन की दुनिया में जितने आगे बढ़ रहे हैं और बढ़ चुके हैं, संस्कारों की दुनिया में उतने ही पीछे जा चुके है।ये बहुत ही चिंता का विषय है।शहर से लेकर गांव तक बढ़ते फैशन ने युवाओं को जकड़ रखा है।आज के दौर में देखा जाए तो मां बाप अपने बच्चों को लाड प्यार में इतना बिगाड़ दे रहे हैं कि कल को उनको ही संभालना मुश्किल हो जाता है।स्मार्टफोन की बढ़ती दुनिया में पता नहीं वो खुशियां कहां खो गई।बच्चे थोड़ा सा बड़े क्या हुए मां-बाप स्मार्ट फोन थमा देते हैं।स्मार्टफोन से शुरू हुई फैशन संस्कारों के अंतिम संस्कार तक जिंदगी चलती है।एक सर्वे के अनुसार आज के दौर में आत्महत्या करने वालों की संख्या में युवा अधिक पाए गए हैं। जिसमें लड़के और लड़कियां दोनों ही शामिल है।
बढ़ते स्मार्टफोन की दुनिया में आज के युवा एक ऐसे रास्ते पर चल रहे हैं जिस पर न ही संस्कार हैं और न ही अदब। बच्चे थोड़ा सा बच्चे बड़े क्या हुए स्मार्ट फोन थमा दिया जाता है और स्मार्टफोन से शुरू होती है बर्बादी की दुनिया, हालांकि स्मार्टफोन से कुछ अच्छी चीजें होती है तो कुछ खराब कुछ अच्छे बनकर आगे भी निकल जाते हैं पर अधिक संख्या उन लोगों की होती है जो स्मार्टफोन से बर्बाद होते हैं।प्यार के चक्कर में पड़ते है।घरवालों की रजामंदी मिली तो सही वरना मौत को लगा लेते हैं। इन सब की वजह मां-बाप होते हैं।किसके साथ कैसे कब कहां रहना है स्मार्टफोन हाथ में थमाने से पहले अगर यह बताएं होते तो शायद आज औलाद को खोना नहीं पड़ता।ये एक ऐसा कड़वा सच है जो समझते सब पर अपनाना कोई नहीं चाहता। इसी के चलते बढ़ते फैशन आगे आज संस्कार घुटने टेक रहा है।कहते हैं फैशन न करो तो आज के जमाने के नहीं हो या जिंदगी में आगे नहीं बढ़ रहे हो।आपको बताते चलें की लानत है ऐसे भविष्य पर जो हमारे संस्कारों को भी झुकने और टूटने पर मजबूर कर दे।

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