राष्ट्रपति पुतिन आज AK-203 असाॅल्ट राइफल सौदे को देंगे अंतिम रूप,अमेठी में होगा उत्पादन
राष्ट्रपति पुतिन आज AK-203 असॉल्ट राइफल सौदे को देंगे अंतिम रूप,अमेठी में होगा उत्पादन


06 Dec 2021 |  230





नई दिल्ली।रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज सोमवार को भारत पहुंचेंगे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 21वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे।आज ही राष्ट्रपति पुतिन भारत को हथियार प्रणाली की डिलीवरी के प्रतीक के रूप में पीएम मोदी को एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम का मॉडल भी सौंपेंगे।इसके अलावा उत्तर प्रदेश के अमेठी में 5,000 करोड़ रुपए की लागत वाले पांच लाख से अधिक एके-203 असॉल्ट राइफल के सौदे पर भी दोनों देश हस्ताक्षर करेंगे।

केंद्र की मोदी सरकार ने उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के कोरवा में 5,000 करोड़ रुपए की लागत वाले पांच लाख से अधिक एके-203 असॉल्ट राइफल के विनिर्माण समझौते को अपनी अंतिम मंजूरी दे दी है।इस बड़े सौदे की आधिकारिक घोषणा दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच शिखर सम्मेलन में की जा सकती है।

एके-203 असॉल्ट राइफल की रेंज 300 मीटर तक है।इस रेंज में आने वाला दुश्मन का राइफल से ही काम तमाम किया जा सकता है।ये राइफल हल्की भी है और मजबूत भी है।प्रमाणित तकनीक के साथ आसानी से उपयोग में लाई जा सकेगी।आधुनिक असॉल्ट राइफल मिलने के बाद सीमा पर भारत को मजबूती मिलेगी।ये आतंकवाद और उग्रवाद रोधी अभियानों में भारतीय सेना की परिचालन प्रभावशीलता को बढ़ाएंगी।

अमेठी के कोरवा में 5,000 करोड़ रुपए की लागत वाले पांच लाख से अधिक एके-203 असॉल्ट राइफल के विनिर्माण समझौते से उत्तर प्रदेश में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।इसके अलावा परियोजना विभिन्न सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों और अन्य रक्षा उद्योगों को कच्चे माल तथा घटकों की आपूर्ति के लिए व्यावसायिक अवसर प्रदान करेगी।एके-203 (असॉल्ट कालाश्निकोव-203) राइफल इंसास राइफल की जगह लेंगी।

आपको बता दें कि भारत को रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भर बनाने कि दिशा में लगातार बड़े कदम उठाए जा रहे हैं।इसी क्रम में केंद्र ने अमेठी में एके-203 असॉल्ट राइफलों के उत्पादन की योजना को मंजूरी दी है।भारत द्वारा रक्षा क्षेत्र में उठाए जा रहे कदम में रूस की महत्वपूर्ण भूमिका है।ये प्रयास भी रूस के साथ साझेदारी में किया जा रहा है, इससे स्पष्ट होता है कि रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच साझेदारी दिन ब दिन गहरी होती जा रही है।

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