ब्यूरो देवी शरण मिश्रा
प्रतापगढ़।आसपुर देवसरा रामपुर नहर में दो महीने से पानी नहीं आया है।पानी न आने से गेहूं की फसल बर्बाद हो रही हैं।किसानों ने अपनी जमा पूंजी खर्च कर गेहूं की बोवाई की थी, लेकिन अब फसल सूखने के कगार पर है। ऐसे में किसान हताश हो गया है। सिंचाई विभाग कुंभकर्णी नींद में सो रहा हैं।
आपको बताते चलें कि रामपुर नहर से क्षेत्र के दर्जनों गांवों के किसान अपने खेतों की सिंचाई करते हैं। हालात ये हैं कि पिछले दो महीने से नहर में पानी नहीं आया है। सिंचाई न होने से किसानों की फसल बर्बाद हो रही है। सूखती फसल देख कर किसानों के माथे पर चिंता की लकीर खीच गई हैं।निजी नलकूपों से भी पानी नहीं मिल रहा है।छोटे किसानों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। नहर के सहारे किसान गेहूं, सरसों, मटर, आलू व हरी सब्जियां तैयार करते हैं।मौके का फायदा उठाकर कुछ नलकूप मालिक दो गुना दामों में पानी देते हैं, जो छोटे किसानों को लिए आसान नहीं है।
क्षेत्र के पूरे दलपत शाह, विक्रम पट्टी, गोविंदपुर,कबीरपुर, धौराहरा, तीबीपुर,अकारीपुर, तिवरान, केटकर,औराई, नारंगपुर, बेला,रामपुर,रानीपुर आदि गांव के किसान नहर में पानी न आने से फसलों के सिंचाई की सिंचाई नहीं कर पा रहे है।फसलें सूखने के कगार पर पहुंच गई हैं।नहर में पानी न आया तो किसान बर्बाद हो जाएगा।गेहूं समेत अन्य फसलों को वर्तमान समय में पानी बहुत ही जरूरत है। पानी न मिला तो फसल के साथ किसान भी बर्बाद हो जाएगा। इसके बावजूद सिंचाई विभाग को किसानों की चिंता नहीं है। सिंचाई विभाग कुंभकर्णी नींद में सो रहा हैं।
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