जानिए उस हस्ती के बारे में जिसने भाजपा में कराई सिंधिया की सेटिंग और तोड़ दी कांग्रेस
रिपोर्ट-धनंजय सिंह

कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ दी है।सिंधिया के साथ ही उनके समर्थक २२ विधायकों ने भी पार्टी का दामन छोड़ दिया है।इसी के मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई है।कांग्रेस का दामन छोड़ने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया भारतीय जनता पार्टी से जुड़ने जा रहे हैं।आखिर वो कौन है जिसके कारण सिंधिया की बीजेपी से सेटिंग हुई और उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया।

हर किसी के मन में ये सवाल उठ रहा है कि कभी कांग्रेस के दिग्गज

11 Mar 2020 |  289



रिपोर्ट-धनंजय सिंह

कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ दी है।सिंधिया के साथ ही उनके समर्थक २२ विधायकों ने भी पार्टी का दामन छोड़ दिया है।इसी के मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई है।कांग्रेस का दामन छोड़ने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया भारतीय जनता पार्टी से जुड़ने जा रहे हैं।आखिर वो कौन है जिसके कारण सिंधिया की बीजेपी से सेटिंग हुई और उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया।

हर किसी के मन में ये सवाल उठ रहा है कि कभी कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच आखिर किस नेता ने ‘डील’ कराई? पर्दे के पीछे वह कौन था, जिसने भाजपा आलाकमान तक ज्योतिरदित्य सिंधिया की बात पहुंचाई? आखिरकार वह कौन है, जिस पर पार्टी हाईकमान इतना भरोसा करती है, जिसके भरोसे मध्य प्रदेश में भाजपा ने ‘ऑपरेशन लोटस’ चलाया और ज्योतिरादित्य सिंधिया को साथ लेकर कमलनाथ सरकार के पतन की पटकथा लिख दी।

आपको बता दें कि सिंधिया को भाजपा तक लाने और फिर गृहमंत्री अमित शाह व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाने वाले व्यक्ति का नाम है जफ़र इस्लाम. जफ़र इस्लाम भाजपा के प्रवक्ता हैं। जफर इस्लाम मीडिया के लिए जाना पहचाना चेहरा हैं। राजनीति में आने से पहले जफर इस्लाम एक विदेशी बैंक के लिए काम करते थे और लाखों रुपये का वेतन पाते थे. मोदी की राजनीति से प्रभावित होकर जफर इस्लाम ने भाजपा से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की।माना जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जफर इस्लाम के अच्छे ताल्लुकात हैं।

यही वजह है कि मृदुभाषी और बेहद शालीन व्यक्तित्व के धनी जफर इस्लाम को भाजपा हाईकमान ने इतना बड़ा ऑपरेशन चलाने की जिम्मेदारी दी. बीजेपी के प्रवक्ता जफर इस्लाम ज्योतिरादित्य सिंधिया को पहले से जानते रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया जब कभी दिल्ली में रहते थे, तो उनसे जफर इस्लाम की मुलाकात अक्सर हो जाया करती थी। जफर इस्लाम पिछले पांच माह से ज्योतिरदित्य सिंधिया को भाजपा में लाने के सिलसिले में उनसे मिल रहे थे और आखिरकार वह सफल हुए।

बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, हाल ही के समय में ज्योतिरदित्य सिंधिया और जफर इस्लाम की लगातार पांच बैठकें हुई थीं।बताया गया है कि एक मीटिंग के दौरान खुद ज्योतिरदित्य सिंधिया ने भी अपनी तरफ से पेशकश की थी. सिंधिया को लगातार बीजेपी में लाने की कोशिश कर रहे जफर इस्लाम ने इस पेशकश को जफर इस्लाम ने ही पार्टी आलाकमान तथा पीएम मोदी तक पहुंचाया. इसके बाद ज्योतिरादित्य को भाजपा में लाने की कवायद और मध्य प्रदेश में ‘ऑपरेशन लोटस’ की पटकथा लिखी गई।

ये भी जानकारी मिली है कि इस पूरे ऑपरेशन में भाजपा की तरफ से सिर्फ लॉजिस्टिक और अन्य सहायता दी गई. पूरा ऑपरेशन ज्योतिरदित्य के मुताबिक ही चला. आज मध्य प्रदेश की सियासत में जो तूफ़ान आया हुआ है, इसकी पटकथा खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ही लिखी है. सोमवार और मंगलवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के वक्त भी जफर 7, लोक कल्याण मार्ग पर मौजूद थे. मंगलवार को जब गृहमंत्री अमित शाह ज्योतिरदित्य सिंधिया को लेकर प्रधानमंत्री आवास पहुंचे थे तो उस समय भी जफर इस्लाम गृहमंत्री अमित शाह की गाड़ी में मौजूद थे।

More news