भाजपा में शामिल हुई सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव, लखनऊ से लड़ सकती हैं चुनाव
भाजपा में शामिल हुईं सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव,लखनऊ से लड़ सकती हैं चुनाव


19 Jan 2022 |  75



रिपोर्ट-अनुज सिंह

लखनऊ/न‌ई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी के खेमे में बड़ी सेंधमारी की है।मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव भगवा खेमे में शामिल हो गई हैं।अपर्णा भाजपा कार्यालय में पार्टी में आधिकारिक रूप से शामिल हो गई हैं।उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपर्णा यादव का भाजपा में स्वागत किया। पिछले कई दिनों से अपर्णा की भाजपा में शामिल होने का कयास लग रहा था।

उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में अपर्णा यादव ने भाजपा की सदस्यता ली। उन्होंने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि मैं भाजपा की बहुत शुक्रगुजार हूं, मेरे लिए हमेशा ही देश पहले आता है,मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम को पसंद करती हूं।

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मैं मानता हूं कि अखिलेश यादव भाजपा की लहर से भयभीत हैं और वह 2022 में सुरक्षित सीट ढूंढ़ने में समय लगा रहे हैं। अखिलेश यादव ने 2017 तक प्रदेश में विकास किया है तो उन्हें सुरक्षित सीट ढूंढ़ने में क्यों समय लग रहा है। इसकी बड़ी वजह यही है कि उन्होंने विकास किया नहीं है और अब वह सुरक्षित सीट की ओर भाग रहे हैं।

आपको बताते चलें कि अपर्णा यादव ने राजधानी लखऊ की कैंट विधानसभा सीट पर सपा के टिकट पर 2017 में चुनाव लड़ा था,लेकिन उन्हें पराजित होना पड़ा था। दिलचस्प बात ये है कि अपर्णा को 61 हजार से अधिक वोट मिले थे जोकि पिछले चुनाव में सपा के किसी भी प्रत्याशी द्वारा प्राप्त वोटों से अधिक था।एक बार फिर से अपर्णा कैंट से 2022 में सपा से टिकट मांग रही थीं लेकिन टिकट नहीं मिलने से वह नाराज थीं, जिसके चलते अपर्णा ने भाजपा का दामन थाम लिया।

राजधानी लखनऊ की कैंट सीट की बात करें तो ये ब्राह्मण बाहुल्य सीट है।यहां पर एक लाख से अधिाक ब्राह्मण वोटर हैं, जबकि दूसरे नंबर पर सिंधी और पंजाबी वोटर आते हैं। जिनकी कुल आबादी लगभग 65 हजार है। कैंट विधानसभा भाजपाइयों की गढ़ मानी जाती है। 2017 में रीता बहुगुणा जोशी यहां से चुनाव जीत था। हालांकि इसके बाद हुए उपचुनाव में भाजपा के सुरेश तिवारी ने यहां से चुनाव में जीत दर्ज की थी। सुरेश तिवारी इस सीट से 1996, 2002 और 2007 में जीत दर्ज कर चुके हैं,जबकि 2012 में रीता बहुगुणा जोशी कांग्रेस के टिकट पर यहां से चुनाव जीती थीं।

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