टिकट न मिलने पर फफक-फफक कर रोई महिला कांग्रेस नेता,बोली-10 मार्च तक नहीं खाऊंगी खाना
टिकट न मिलने पर फफक-फफक कर रोई महिला कांग्रेस नेता,बोली-10 मार्च तक नहीं खाऊंगी खाना


20 Jan 2022 |  156



रिपोर्ट-अनुज सिंह

बुलंदशहर।उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अखाड़े में
लड़की हूं लड़ सकती हूं' नारे के साथ उतरी कांग्रेस पार्टी ने आज अपने प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। कांग्रेस ने इस लिस्ट में 16 महिलाओं को टिकट दिया है।बुलंदशहर सदर सीट पर टिकट मांग रही महिला प्रत्याशी गीता रानी शर्मा को टिकट न दिए जाने पर उनका दर्द मीडिया के सामने छलका गया।गीता ने अब निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया है।

कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता गीता रानी शर्मा ने कहा कि
मेरा परिवार 1990 से कांग्रेसी है और मैं पिछले काफी समय से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थी,लेकिन कांग्रेस ने आज अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की है उसमें अपना नाम नहीं होने पर फफक-फफक कर रोने लगीं। उन्होंने कहा कांग्रेस ने मेरे साथ धोखेबाजी की है।प्रियंका गांधी के 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' स्‍लोगन से मुझे बहुत उम्‍मीद मिली थी,लेकिन कांग्रेस ने मेरा टिकट काट दिया।परिवार की कुर्बानियों का कांग्रेस से ये सिला मिला है।

गीता ने प्रियंका गांधी को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी को सर्वे के आधार पर टिकट देना चाहिए था,लेकिन यहां ऐसा नहीं किया गया है।उन्‍होंने रोते हुए कहा कि मैं किसी दल में नहीं जाऊंगी और निर्दलीय मैदान में उतरूंगी।उन्होंने कहा कि 10 मार्च तक खाना नहीं खाने और भूख हड़ताल पर बैठने का ऐलान किया है।

सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति में उतरीं

आपको बता दें कि गीता रानी शर्मा राजनीति के लिए पुलिस की नौकरी छोड़कर एलएलबी करने का फैसला किया था और इस समय वे एलएलबी की छात्रा हैं। गीता का परिवार कांग्रेसी है।कांग्रेस ने बुलंदशहर की सदर सीट पर सुशील चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया है।सुशील चौधरी ने 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ा था। 2020 में हुए उपचुनाव भी सुशील चौधरी ने लड़ा था,लेकिन 10 हजार 300 वोट पाकर चौथे नंबर पर थे।

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