चौंकाने वाला खुलासा: माफिया मुख्तार अंसारी की तीमारदारी में लगे थे 10 IPS अधिकारी,पत्नी रहती थी साथ
चौंकाने वाला खुलासा: माफिया मुख्तार अंसारी की तीमारदारी में लगे थे 10 IPS अधिकारी,पत्नी रहती थी साथ

20 Aug 2022 |  141





चंडीगढ़।जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह उत्तर प्रदेश का माफिया मुख्तार अंसारी की पंजाब की रोपड़ जेल में तीमारदारी 10 आईपीएस अधिकारी करते थे।इनकी देखरेख में ही माफिया मुख्तार अंसारी यहां सजा काट रहा था।जेल में पत्नी से मिलवाना और वीआईपी इंतजाम करवाना इन्हीं अधिकारियों का काम था।पंजाब में सरकार बदलने के बाद अब जेल मंत्री की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।जेल मंत्री ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री भगवंत मान के पास भेजी है। रिपोर्ट में इन सभी बातों का जिक्र है।

अब सरकार के सामने यह संकट है कि एक साथ इतने आईपीएस अधिकारियों पर कार्रवाई कैसे करें।लिहाजा सीएम ने जेल मंत्री की रिपोर्ट पर एक और कमेटी का गठन कर दिया है। तीन आईपीएस अधिकारियों की कमेटी अब अपनी रिपोर्ट देगी। इसके बाद सरकार यह तय करेगी कि इस मामले में क्या कार्रवाई करें।

सीएम भगवंत मान को सौंपी रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्तार अंसारी केवल नाम के लिए ही जेल में बंद था। वह रोपड़ जेल में बने अफसर क्वार्टर में पूरी सुख-सुविधाओं के साथ रहता रहा।उनकी पत्नी भी अंसारी के साथ रहती थी। जेल मंत्री हरजोत बैंस ने साफ कर दिया है कि इस मामले में कई बड़े चेहरे बेनकाब होंगे।मुख्तार अंसारी को जेल में बेहतरीन सुविधाएं देने के मामले में पूर्व की कैप्टन सरकार पर भी आरोप लगते रहे हैं। मुख्तार अंसारी पर मोहाली के बिल्डर से 10 करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप था। उसे पंजाब पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर मोहाली लेकर आई थी।

मुख्तार अंसारी को 24 जनवरी 2019 को कोर्ट में पेश कर रोपड़ जेल में भेज दिया गया।इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पिछले साल अप्रैल में मुख्तार को पंजाब से उत्तर प्रदेश पुलिस ले गई।पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के दौरान जेल मंत्री बैंस ने सदन में गैंगस्टर अंसारी को वीवीआईपी ट्रीटमेंट देने का मुद्दा उठाया था, जिसे लेकर सदन में कांग्रेस के सदस्यों ने काफी हंगामा भी किया था।

पूर्व जेल मंत्री सुखजिंदर रंधावा ने इस आरोप पर बैंस को सदन में चुनौती दी थी कि अंसारी की पत्नी जेल में रहती थी, मंत्री इसे साबित करके दिखाएं। तब मंत्री बैंस ने जांच के बाद सच बाहर आने का दावा किया था। बैंस ने सदन में खुलासा किया था कि अंसारी को फर्जी एफआईआर दर्ज करके 2 साल, तीन महीने तक पंजाब की जेल में रखा गया। उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेने के लिए यूपी सरकार ने 26 बार कोशिश की लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। इस तरह पंजाब की कांग्रेस सरकार ने अंसारी को यूपी पुलिस और सरकार से बचाए रखा।

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