सपा-भाजपा के बीच वर्चस्व की जंग,मैनपुरी,रामपुर,खतौली के मतदाता तय करेंगे उनके दिल में कौन
सपा-भाजपा के बीच वर्चस्व की जंग,मैनपुरी,रामपुर,खतौली के मतदाता तय करेंगे उनके दिल में कौन

05 Dec 2022 |  108





लखनऊ।मैनपुरी लोकसभा,रामपुर और खतौली विधानसभा उपचुनाव के लिए आज सोमवार को मतदान हो रहा है।ये चुनाव भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच वर्चस्व की जंग के रूप में देखा जा रहा है।अपना मजबूत किला मैनपुरी को बचाने के लिए सपा ने पूरी ताकत झोंक दी है,वहीं भाजपा भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है।रामपुर में पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खान के साथ सपा मुखिया अखिलेश यादव की प्रतिष्ठा दांव पर है।खतौली में सपा के साथी दल रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह पूरे दम-खम के साथ मैदान में हैं।

मैनपुरी-रामपुर जीतने के लिए भाजपा ने झोंकी ताकत

आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज कर अपना दम-खम दिखा दिया था।अखिलेश यादव आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में प्रचार नहीं किया था।आजमगढ़ में सपा प्रत्याशी धमेंद्र यादव बहुत नजदीकी मुकाबले में हार गये थे,लेकिन इस बार हालात कुछ और हैं।सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद हो रहे मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सैफई परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर है।इसी लिये अखिलेश यादव ने जहां शिवपाल सिंह यादव से हाथ मिलाया है।सैफई परिवार मैनपुरी की एक एक गलियों की खाक छान डाली।

सपा का मजबूत किला बचेगा या ढहेगा

भारतीय जनता पार्टी ने अधिकतर समाजवादी पार्टी के किलो को ध्वस्त कर दिया है।आजमगढ़ और रामपुर के अलावा कन्नौज, इटावा भी भाजपा के पास है। इसलिए भाजपा मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव को हल्के में नहीं ले रही है। भाजपा ने मैनपुरी से कभी सपा में रहे रघुराज सिंह शाक्य को मैदान में उतारा है।मैनपुरी में यादव के बाद दूसरे नंबर पर शाक्य है।भाजपा ने शाक्य प्रत्याशी उतारकर बड़ा जातिगत कार्ड खेला है।इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर दोनों उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने मैनपुरी में जनसभाएं की हैं।

शाक्य वोटर तय करेंगे मैनपुरी का भविष्य

भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य कभी सपा में थे और शिवपाल सिंह यादव के बहुत खास थे।अब शाक्य भाजपा में हैं।शाक्य वोटरो को अपने साथ लाने के लिए सपा ने पूर्व मंत्री आलोक शाक्य को चुनाव से पहले जिलाध्यक्ष बनाया था। दूसरा कारण मैनपुरी में यादव के बाद नंबर दो पर शाक्य है। शिवपाल सिंह यादव से सभी गिले शिकवे भूलकर मदद लेने के कारण सपा मैनपुरी में मजबूत हालत में है।

मैनपुरी की सियासी गणित

मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा हैं।करहल से अखिलेश यादव,जसवंतनगर से शिवपाल सिंह यादव, किशनी से बृजेश कठेरिया विधायक हैं।मैनपुरी से भाजपा के जयवीर सिंह,भोगनी से राम नरेश अग्निहोत्री विधायक हैं।यहां सबसे अधिक 4.25 लाख यादव मतदाता हैं।इसके बाद शाक्य लगभग 3.25 लाख, ठाकुर 2 लाख, ब्राह्मण 1.22 लाख, दलित 1.5 लाख और 70 हजार मुस्लिम मतदाता है। इस जातीय समीकरण के बीच मैनपुरी लोकसभा सीट को बचाकर रखना अखिलेश यादव का सियासी कद तय करेगी।

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