तिकुनिया हिंसा: आशीष मिश्रा समेत 13 आरोपियों पर आरोप तय,किसानों की हत्या का चलेगा केस
तिकुनिया हिंसा: आशीष मिश्रा समेत 13 आरोपियों पर आरोप तय,किसानों की हत्या का चलेगा केस

06 Dec 2022 |  76




लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया कांड में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को बड़ा झटका लगा है।आशीष मिश्रा समेत 13 आरोपियों पर किसानों की हत्या का केस चलेगा।मामले में 16 दिसंबर से मामले का ट्रायल शुरू होगा।

आशीष और अन्य आरोपियों की याचिका की थी खारिज

मामले में 16 दिसंबर को अभियोजन पक्ष कोर्ट में सबूत पेश करेगा।इससे पहले सोमवार को कोर्ट ने आशीष मिश्रा समेत अन्य आरोपियों की खुद को बेगुनाह बताने वाली याचिका को खारिज कर दिया था।साथ ही 6 दिसंबर को कोर्ट ने आरोप तय करने की तारीख मुकर्रर की थी।तिकुनिया में अक्टूबर 2021 में हुई हिंसा के मामले में मंगलवार को केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ अदालत में आरोप तय किए गए।

इन्हें बनाया गया है आरोपी

जिला शासकीय अधिवक्ता अरविंद त्रिपाठी ने बताया कि जिन अभियुक्तों पर आरोप तय हुए उनमें आशीष मिश्रा के साथ-साथ अंकित दास, नंदन सिंह बिष्ट, लतीफ काले, सत्यम उर्फ सत्य प्रकाश त्रिपाठी, शेखर भारती, सुमित जायसवाल, आशीष पांडे, लवकुश राणा, शिशुपाल, उल्लास कुमार उर्फ मोहित त्रिवेदी, रिंकू राणा, वीरेंद्र शुक्ला और धर्मेंद्र बंजारा शामिल हैं।

इन धाराओं में आरोप तय

वीरेंद्र शुक्ला पर भारतीय दंड विधान की धारा 201 के तहत आरोप तय किया गया है. बाकी अभियुक्तों पर भारतीय दंड विधान की धारा 147, 148, 149, 302, 307, 326, 427 और 120 (ख) और मोटर वाहन अधिनियम की धारा 177 के तहत आरोप तय किए गए।

आपको बता दें कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के विरोध में किसानों के प्रदर्शन के दौरान तीन अक्टूबर, 2021 को हुई इस हिंसा में आठ लोगों की मौत हुई थी।पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार, घटना में चार किसानों की एक एसयूवी के नीचे कुचल कर मौत हो गई थी, जिसमें आशीष मिश्रा बैठे हुए थे।इस मामले में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को मुख्य अभियुक्त बनाया गया है।

घटना के बाद गुस्से से भरे किसानों ने वाहन चालक और भाजपा के दो कार्यकर्ताओं की कथित रूप से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों और विपक्षी दलों के प्रदर्शनों के बाद हुई हिंसा में एक पत्रकार की भी मौत हुई थी। हिंसा में मारे गए प्रदर्शनकारी केंद्र के उन तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, जिन्हें बाद में सरकार ने वापस ले लिया था।

यूपी 2022 विधानसभा चुनाव के बाद आशीष मिश्रा जमानत पर बाहर आ गया था।जमानत पर आशीष मिश्रा की रिहाई का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और सर्वोच्च न्यायालय ने जमानत रद्द करते हुए ये केस इलाहाबाद हाईकोर्ट में नए सिरे से विचार के लिए भेज दिया था।इसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जमानत याचिका रद्द कर दी थी।

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