राम नगरी पहुंचा 155 नद‍ियों का जल,राम जन्मभूमि पर निर्माणाधीन भव्य मंदिर का हुआ द‍िव्‍य अभ‍िषेक
राम नगरी पहुंचा 155 नद‍ियों का जल,राम जन्मभूमि पर निर्माणाधीन भव्य मंदिर का हुआ द‍िव्‍य अभ‍िषेक

23 Apr 2023 |  134




अयोध्‍या।राम नगरी अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का बन रहे भव्य राम मंदिर की चौखट का 155 देशों और सात महाद्वीपों की नदियों व समुद्र के जल से अभिषेक क‍िया गया। 155 देशों के प्रतिनिधि अपने-अपने देशों की पवित्र नदियों का पवित्र जल लेकर राम नगरी में श्रीराम जन्मभूमि पहुंचे थे।

इसमें उस उज्बेकिस्तान का भी जल था। जहां उस बाबर का जन्म हुआ था,जिसके आदेश पर तोड़ा गया राम मंदिर 491 साल बाद बन रहा है।इसके अलावा राम मंदिर का अभिषेक मंगोलिया,डेनमार्क,भूटान,रोमानिया,ग्रीस,अमेरिका,अल्बानिया नेपाल आदि सहित कुल 156 देशों के जल से हुआ।

दिल्ली स्टडी ग्रुप की ओर से संयोजित इस अभियान में अग्रवाल समाज के लोगों सहित बड़ी संख्या में विशिष्ट लोग शामिल हुए।इससे पूर्व मणिराम दास जी की छावनी के सभागार में इस अभियान के प्रेरकों ने अपने विचार रखे और कार्यक्रम का औचित्य परिभाषित किया।

इस मौके पर राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया।इस अवसर पर देश के एक हजार स्थलों से जल और मिट्टी राम मंदिर की भूमि पर विसर्जित की गई थी।इसी से प्रेरित होकर दिल्ली स्टडी ग्रुप के अध्यक्ष विजय जौली ने राम मंदिर अभिषेक के लिए दुनिया के 156 देशों का जल एकत्रित किया जो अत्यंत प्रशंसनीय है।

जैन आचार्य लोकेश मुनि ने कहा कि श्रीराम का सम्मान सभी संप्रदायों और सभी देशों में है।आज उनके मंदिर के लिए 156 देशों से आया जल इसी सत्य का परिचायक है। आचार्य याद दिलाया कि जैन धर्म में जो स्थान भगवान ऋषभदेव यानी आदिनाथ का है, वही श्रीराम का भी है।

महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्र आनंद गिरि ने इस अवसर पर रामायण पर सवाल खड़ा करने वालों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार पूछ जलाए जाने से हनुमान जी का कुछ नहीं बिगड़ा और पूरी लंका जल गई।इसी तरह रामायण को जलाने की बात करने वाले कल जाएंगे किंतु रामायण का कुछ भी नहीं बिगड़ेगा।

आर्य सच के शीर्ष प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कहा कि यह भारत के नागरिकों का नहीं मानव जाति का कार्यक्रम है और यह संकल्प लेने का समय फिर दुनिया को धार्मिक लड़ाई उसे मुक्त करने का मार्ग अयोध्या से निकलेगा।

पूर्व थल सेना अध्यक्ष जेजे सिंह ने कहा कि ऊपर वाले ने भारत को स्पेशल बनाया है। संघ के एक अन्य शीर्ष प्रचारक रामलाल ने कहा कि यह राष्ट्र मंदिर ही नहीं विश्व मंदिर बनने जा रहा है और जिस दिन प्रभु राम की प्रतिष्ठा होगी उस दिन दुनिया से समस्याओं का अंत आरंभ होगा।

बता दें कि राम नगरी अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।भूमि पूजन के कार्यक्रम में साधु-संतों समेत कुल 200 मेहमान शामिल हुए थे।इस दौरान राम नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया था।

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