
रिपोर्ट-युधिष्ठिर सिंह
सुल्तानपुर।सरकार ने इसी उम्मीद के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू की थी कि जरुरतमंदों और पात्र व्यक्ति के रहने के लिए पक्का आशियाना हो। जरुरतमंद और पात्र भी यही उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उन्हें रहने के लिए सिर पर पक्की छत कब तक मिलेगी,लेकिन सच तो यह है कि आज भी जरुरतमंद और पात्र योजना का लाभ लेने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। जिम्मेदार कुंभकर्णी नींद में सो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले की बल्दीराय तहसील क्षेत्र के दरियापुर ग्राम पंचायत में जरूरतमंद और पात्र को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। जरुरतमंद और पात्र छप्पर और खपरैल में रहने के लिए मजबूर हैं।आज भी इनको योजना का लाभ लेने के लिए सरकारी दफ्तरों का चक्कर काटना पड़ रहा है।वहीं ग्राम प्रधान और जिम्मेदारों की मिली भगत से आज भी ये आवास से वंचित हैं तो वहीं धन्ना सेठ और रसूखदार जमकर मजे लूट रहे हैं।
बता दे कि बल्दीराय ब्लाॅक क्षेत्र के ग्राम पंचायत दरियापुर के गांव सफलेपुर में नंदकुमार,पार्वती,सुभद्रा और ऐसे कई परिवार है जो पात्र होते हुए भी अभी तक आवास योजना का लाभ नहीं पा सके है।यह गरीब परिवार गर्मी ठंड और बारिश के दिनों में झोपड़ी में जिंदगी गुजार रहे हैं।
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