देश की बेटियों ने हर क्षेत्र में बनाई पहचान:मोदी
देश की बेटियों ने हर क्षेत्र में बनाई पहचान:मोदी


28 Mar 2021 |  170



 नई दिल्ली।रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकाशवाणी के माध्यम से अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में देशवासियों को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम ने बताया कि मन की बात के 75 वें संस्करण पर लोगों ने बधाई दी है। पीएम ने कहा मैं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं कि आपने इतनी बारीक नजर से ‘मन की बात’ को फॉलो किया है और आप जुड़े रहे हैं। ये मेरे लिए बहुत ही गर्व का विषय है, आनंद का विषय है।’ पीएम ने अपनी बात को जारी रखते हुए बोले, ‘मेरी तरफ से भी, आपका तो धन्यवाद है ही है, ‘मन की बात’ के सभी श्रोताओं का आभार व्यक्त करता हूं क्योंकि आपके साथ के बिना ये सफर संभव ही नहीं था। ऐसा लगता है, मानो, ये कल की ही बात हो, जब हम सभी ने एक साथ मिलकर ये वैचारिक यात्रा शुरू की थी। तब 3 अक्टूबर, 2014 को विजयादशमी का पावन पर्व था और संयोग देखिये कि आज, होलिका दहन है। पीएम ने कहा, एक दीप से जले दूसरा और राष्ट्र रोशन हो हमारा– इस भावना पर चलते-चलते हमने ये रास्ता तय किया है। हम लोगों ने देश के कोने-कोने से लोगों से बात की और उनके असाधारण कार्यों के बारे में जाना। आपने भी अनुभव किया होगा, हमारे देश के दूर-दराज के कोनों में भी, कितनी अभूतपूर्व क्षमता पड़ी हुई है।भारत मां की गोद में, कैसे-कैसे रत्न पल रहे हैं। अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की बेटियों की भी बात की। उन्होंने कहा कि शिक्षा, उद्यमशीलता से लेकर सैन्य बल और विज्ञान व तकनीक तक में देश की बेटियां अपनी अलग पहचान बना रही हैं। यह दिलचस्प है कि इसी मार्च महीने में जब हम ‘महिला दिवस’ का उत्सव मना रहे थे, तब कई महिला खिलाड़ियों ने ढेरों पदक और रिकॉर्ड अपने नाम किए। उन्होंने देशवासियों से भारतीय महिला क्रिकेटर मिताली की चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वे हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दस हजार रन बनाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बनी हैं। उनकी इस उपलब्धि पर बहुत-बहुत बधाई। इस दौरान पीएम मोदी ने जनता कर्फ्यू का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस अनुशासन के लिए आने वाली पीढ़ियां जरूर गर्व करेंगी। प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी के दौर का स्मरण कराया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष मार्च का ही महीना था, देश ने पहली बार ‘जनता कर्फ्यू’ शब्द सुना था, लेकिन इस महान देश की महान प्रजा की महाशक्ति का अनुभव देखिये, जनता कर्फ्यू पूरे विश्व के लिए एक अचरज बन गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि अनुशासन का यह अभूतपूर्व उदाहरण था, आने वाली पीढ़ियां इस बात को लेकर जरूर गर्व करेगी। बता दें इससे पहले 28 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'मन की बात' में पानी के महत्व पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि पानी, एक तरह से पारस से भी अधिक महत्वपूर्ण है।


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