बसपा के 9 बागी विधायक हो सकते है सपा में शामिल,अखिलेश से की मुलाकात
बसपा के 9 बागी विधायक हो सकते है सपा में शामिल,अखिलेश से की मुलाकात


15 Jun 2021 |  75



धनंजय सिंह स्वराज सवेरा एडिटर इन चीफ यूपी 



 लखनऊ।उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा के चुनाव में अब ज्यादा महीनों का समय नही बचा है।यूपी की सियासत में एक बार फिर से दिलचस्प मोड़ आने शुरू हो गए हैं। विधानसभा चुनाव से पहले बसपा सुप्रीमों मायावती के लिए बुरी खबर आ रही है।बसपा के 9 बागी विधायक समाजवादी पार्टी में शामिल होने के संकेत दे रहे हैं।सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव से मंगलवार को बसपा के बगी विधायकों के एक दल ने मुलाकात की। सूत्रों द्वारा खबर के अनुसार बागी विधायकों को सपा निरंतर सम्मान देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही और बहुत जल्द सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव सभी बागी विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल कराकर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ा सकते हैं। अखिलेश यादव ने राज्यसभा चुनाव के लिए पहले बीएसपी के खेमे में सेंध लगाने की कोशिश की थी।उस दौरान बसपा के 7 विधायकों को पार्टी से निष्कासित किया गया था और हाल ही में बसपा ने अपने दो वरिष्ठ विधायकों को पार्टी से बाहर किया है। अटकलों का बाजार गर्म है। यूपी की सियासत में हलचल मची हुई है।बसपा पूरी तरह टूटने की कगार पर नजर आ रही है। 



इन विधायकों ने की मुलाकात। 



असलम राइनी (भिनगा) असलम अली चौधरी (ढोलाना-हापुड़) मुजतबा सिद्दीकी (प्रतापपुर-इलाहाबाद) हाकिम लाल बिंद (हांडिया-प्रयागराज) हरगोविंद भार्गव (सिधौली-सीतापुर) सुषमा पटेल (मुंगरा-बादशाहपुर) वंदना सिंह (सगड़ी) रामवीर उपाध्याय (सादाबाद) औरअनिल सिंह (उन्नाव) अखिलेश से मुलाकात करने के बाद सभी नेता समाजवादी पार्टी के ऑफिस के पीछे के दरवाजे से निकल गए। आपको बताते चले कि पिछले साल राज्यसभा चुनाव के दौरान बसपा ने बगावती तेवर अपनाने वाले सात विधायकों को बसपा सुप्रीमों मायावती ने निलंबित कर दिया था।अभी हाल ही में जिला पंचायत चुनाव के दौरान पार्टी के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारने को लेकर अकबरपुर से विधायक राम अचल राजभर और लालजी वर्मा को विगत दिनों मायावती ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है। 2017 विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटे बसपा को मिली थी वहीं बसपा के सिर्फ 19 कैंडिडेट ही जीत सके थे। जिसमें से लगभग 11 विधायकों को मायावती पार्टी से सस्पेंड कर चुकी हैं। अब अखिलेश यादव से बाकी 9 विधायकों की मुलाकात के बाद ये कयास लगाया जा रहा हैं कि ये बैठक टिकट के सिलसिले में हुई थी।लेकिन अभी तक समाजवादी पार्टी ने इस मुलाकात या इन नेताओं के पार्टी में शामिल होने को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।


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