नई दिल्ली।आतंकवादी हमला कही हो और उसमें पाकिस्तान का नाम न आए ऐसा होना असंभव है।पाकिस्तान आतंकवाद की फैक्ट्री है।
अफगानिस्तान के काबुल में जिस हमले से पूरा विश्व हिल गया है।पाकिस्तान का उसी सिलसिलेवार धमाकों में कनेक्शन सामने आता दिख रहा है।
अफगानी सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार माना जा रहा है कि काबुल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास हुए आतंकवादी हमलों की कहानी पाकिस्तान में गढ़ी गयी है।इस भीषण हमले के पीछे पाकिस्तान में रहने वाला आईएसआईएस का खूंखार आतंकी असलम फारूक का हाथ हो सकता है।गुरुवार को काबुल हवाई अड्डे के पास हुए आतंकी हमलों में 100 से ज्यादा लोग मारे गये है।
अफगानी सूत्रों के हवाले से अंग्रेजी वेबसाइट सीएनएन-न्यूज 18 ने लिखा है कि शांति प्रक्रिया के तहत कई खतरनाक और खूंखार आतंकी रिहा किए गए थे और ये आतंकी काबुल हमले के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। इसमें पाकिस्तान में आईएसआईएस का चेहरा अमीर मावलावी असलम फारूकी भी शामिल है और इस हमले के बीच इसी का हाथ हो सकता है।
आपको बता दें कि ये वही आतंकी असलम फारूकी है, जो काबुल के गुरुद्वारा में हुए हमलों में शामिल था।इस हमले में 27 लोग मारे गये थे। 4 अप्रैल 2020 को अफगान नेशनल सिक्योरिटी डायरेक्टोरेट यानी एनडीएस ने मावलवी फारूकी को पकड़ा था।फारूकी ने जांच के दौरान हमले में शामिल होने की बात स्वीकारी थी।फारूकी ने धमाकों को अंजाम देने में पाकिस्तान की भूमिका को भी स्वीकारा था।
आपको बता दें कि असलम फारूकी पहले लश्कर-ए-तैयबा के साथ जुड़ा हुआ था और बाद में तहरीक-ए-तालिबान के साथ आ गया। फारूकी अप्रैल 2019 में आईएसआईएस-के यानी आईएसकेपी प्रमुख के रूप में मावलवी जिया-उल-हक उर्फ अबू उमर खोरासानी की जगह हासिल कर ली।फारूकी के साथ लश्कर-ए-तैयबा के हिस्से के रूप में चार पाक नागरिकों को भी पकड़ा गया था।फारूकी के साथ खैबर पख्तूनख्वा का मसूदुल्लाह, खैबर पख्तूनख्वा का खान मोहम्मद, कराची का सलमान और इस्लामाबाद का अली मोहम्मद भी पकड़ा गया था।
सूत्रों का कहना है कि बड़ी आशंका है कि जेल से रिहा होने के बाद फारूकी और उसके पुराने साथियों ने मिलकर ही काबुल हमले को अंजाम दिया है।पाक एजेंसियां भी यह चाहती थीं।सूत्रों ने कहा कि पाक चाहता है कि क्षेत्र में बड़ी अस्थिरता आए और आतंकी साजिशों को अंजाम दिया जा सके जिससे विकसित देशों से पैसे लेता रहे। काबुल हमले की ज़िम्मेदारी भी आईएसआईएस-के ने ही ली है।