लोकसभा चुनाव:राहुल गांधी के मैदान छोड़ते ही अमेठी की बदली सियासी हवा
लोकसभा चुनाव:राहुल गांधी के मैदान छोड़ते ही अमेठी की बदली सियासी हवा

10 May 2024 |  49



अमेठी।देश की हाॅट शीट अमेठी लोकसभा सीट से गांधी परिवार के करीबी किशोरी लाल शर्मा कांग्रेस से चुनावी मैदान ताल ठोंक रहे हैं।केएल शर्मा के ताल ठोंकने से कांग्रेस की रणनीति कितनी सफल होगी।इसका पता चार जून को मतगणना के बाद ही पता चलेगा,लेकिन अमेठी से राहुल गांधी के हटते ही यहां की सियासी हवा पूरी तरह बदल गई है। बदले हालात में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की लड़ाई में यहां बहुजन समाज पार्टी फंसी हुई नजर आ रही है।पिछले पांच साल में पांच बार आने वाले राहुल गांधी से पिछले दो लोकसभा चुनावों में सीधे दो-दो हाथ करने वाली स्मृति ईरानी ने अमेठी के मेदन मवई गांव में अपना स्थाई ठिकाना बना लिया है। कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा भी अमेठी में सक्रिय हैं। बसपा प्रत्याशी नन्हे सिंह चौहान पहचान बनाने में जुटे हैं। भाजपा से स्मृति ईरानी लोकसभा चुनाव 2014 में पहली बार मतदान के 23 दिन पहले अमेठी पहुंची। इससे पहले कांग्रेस के राहुल गांधी के मुकाबले आम आदमी पार्टी के कुमार विश्वास ने ताल ठोक रखी थी। कम समय में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी से मुकाबला करते हुए 3,00,748 वोट पाकर अमेठी में एक नई संभावना को जन्म दिया।जीत के बाद स्मृति ईरानी को केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया तो स्मृति ईरानी ने भी अमेठी से अपना नाता जोड़ लिया। स्मृति ईरानी की अमेठी में बढ़ती सक्रियता की वजह से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा चुनाव 2019 में अमेठी के साथ केरल के वायनाड से भी चुनावी मैदान में उतरें। राहुल गांधी की इस चाल का अमेठी में विपरीत असर पड़ा और तीन बार लगातार जीत दर्ज करने वाले राहुल गांधी भाजपा की स्मृति ईरानी से पराजित हो गए। पराजित होने के बाद राहुल गांधी अमेठी से धीरे-धीरे दूर होते चले गए।कांग्रेस की भारत जोड़ों न्याय यात्रा सहित पिछले पांच साल में पांच बार ही राहुल गांधी अमेठी आए हैं।राहुल गांधी की यही दूरी अब कांग्रेस प्रत्याशी केएल शर्मा पर भारी पड़ती हुई दिखाई दे रही है।


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