जौनपुर से क्यों कटा श्रीकला का टिकट,बसपा मुखिया मायावती ने किया फोन बदल गया खेल
जौनपुर से क्यों कटा श्रीकला का टिकट,बसपा मुखिया मायावती ने किया फोन बदल गया खेल

06 May 2024 |  43




जौनपुर।पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला का टिकट कट गया है।बहुजन समाज पार्टी ने अब जौनपुर से श्याम सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया है।बसपा से टिकट कटने पर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं।क्या धनंजय सिंह खुद चुनाव से बाहर होना चाहते थे या फिर बसपा मुखिया मायावती ने किसी दबाव में प्रत्याशी बदल दिया। इन सब सवालों से पर्दा उठना बाकी है,लेकिन जौनपुर में इस समय जो चर्चा है,उसके पीछे कई थ्योरी काम कर रही है।

रातों-रात क्यों कटा टिकट

जौनपुर में अचानक बसपा का टिकट बदले जाने से पूर्वांचल की सियासत गरम हो गई है।चर्चा है कि पूर्व सांसद धनंजय सिंह हर हाल में चुनाव लड़ना चाहते थे।बसपा ने उनकी पत्नी श्रीकला को प्रत्याशी बनाया तो ऐसा क्या हुआ कि बसपा ने रातों-रात श्रीकला का टिकट काटकर अपने पुराने सांसद श्याम सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया।चर्चा है कि धनंजय सिंह पर एक अदृश्य दबाव भी है।क्या यह दबाव जांच एजेंसियों का है या फिर किसी सियासी दल का।इस पर चर्चा तो बहुत हो रही है,लेकिन आधिकारिक तौर पर कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं है।

मायावती ने किया फोन

देखा जा रहा है कि जब से धनंजय सिंह जेल से बाहर आए हैं, उसके बाद से ही श्रीकला की सियासी गतिविधियां कम हो गई। श्रीकला का चुनाव प्रचार थम सा गया और अचानक यह चर्चा होने लगी कि बसपा अपना प्रत्याशी बदलने जा रही है।वहीं रविवार देर रात श्याम सिंह यादव के पास बसपा मुखिया मायावती का फोन आया और उन्हें बताया गया कि अब आप जौनपुर से बसपा के प्रत्याशी होंगे।रातों-रात बसपा ने अपना टिकट बदल दिया और धनंजय सिंह एक बार फिर खाली हाथ रह गए।

चल रही हैं ये चर्चाएं

जौनपुर में यह भी चर्चा है कि एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह की मायाजाल का नतीजा है। दूसरी चर्चा यह की हाल में तिहाड़ में जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई की गतिविधियों से भी धनंजय सिंह को जोड़ने की कोशिश हुई। इसके बाद जांच एजेंसियां सक्रिय हुईं और इसके बाद धनंजय सिंह ने खुद को पीछे किया।तीसरी चर्चा यह कि भाजपा ने राजपूत नेताओं के लॉबी का सहारा लिया और धनंजय सिंह पर दबाव बनाया।हाल ही में कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भ‌इया की मुलाकात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हुई है।इसके पहले बस्ती के राज किशोर सिंह भाजपा में शामिल हो गए।गोसाईगंज से विधायक अभय सिंह भाजपा में आए और उन्हें Y कैटेगरी की सुरक्षा दी गई।तो क्या सभी राजपूत नेताओं ने मिलकर धनंजय सिंह को कोई आश्वासन दिया।

खुद धनजंय सिंह ने लिया ये फैसला

अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि धनंजय सिंह ने खुद को पीछे किया या मायावती ने उनकी पत्नी का टिकट काटा।चर्चा है कि धनंजय सिंह ने किसी अदृश्य दबाव में खुद को पीछे कर लिया है और मायावती से एक सम्मानजनक एग्जिट का आग्रह किया।इसके बाद मायावती ने अपने वर्तमान सांसद श्याम सिंह यादव को टिकट दे दिया।ऐसी तमाम थ्योरी इस समय जौनपुर की सियासत में तैर रही है, जिसके जरिए यह समझने की कोशिश की जा रही है कि आखिर वह धनंजय सिंह जिन्होंने हर हाल में चुनाव लड़ने की ठान रखी थी उनके तेवर क्यों ढीले पड़ गए।यह साफ होता जा रहा है कि बसपा ने टिकट काटा तो अब धनंजय सिंह या उनकी पत्नी श्रीकला चुनाव नहीं लड़ेंगी, लेकिन क्या यह दांव भाजपा को उल्टा पड़ेगा या अब यह सीट भी भाजपा के लिए आसान हो जाएगी।इस पर आने वाले दिनों में खूब सियासी चर्चा होगी।

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