उम्मीदवारी पर बन गई बात,अखिलेश यादव कल से कन्नौज से ठोकेंगे ताल,साथ रहेगा सैफ‌ई परिवार
उम्मीदवारी पर बन गई बात,अखिलेश यादव कल से कन्नौज से ठोकेंगे ताल,साथ रहेगा सैफ‌ई परिवार

24 Apr 2024 |  36




कन्नौज।लोकसभा चुनाव में कन्नौज में सियासी सरगर्मियों के बीच समाजवादी पार्टी ने कन्नौज लोकसभा से उम्मीदवार बदल दिया है।अब कन्नौज लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव खुद चुनावी ताल ठोकेंगे।सपा ने इस सीट से दो दिन पहले ही तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार घोषित किया था, लेकिन 48 घंटे में ही तेज प्रताप को हटाने की नौबत आ गई।सपा महासचिव और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने अखिलेश यादव की उम्मीदवारी का ऐलान किया है।अब कन्नौज की सियासत गर्मा गई है। भाजपा ने अपने प्रत्याशी सुब्रुत राय को जिताने के लिए भी रणनीति बनाना शुरू कर दी है।

इस लोकसभा चुनाव में यूपी में सबसे ज्यादा चर्चा बार-बार सपा की बदलती लिस्ट और उम्मीदवारों के नाम की है।सपा ने सोमवार को कन्नौज लोकसभा सीट से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के दामाद तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार घोषित किया था जो सैफई परिवार से हैं और अखिलेश यादव के भतीजे हैं।तेज प्रताप को उम्मीदवार घोषित करने के बाद स्थानीय नेताओं में निराशा और नाराजगी नजर आने लगी थी।कार्यकर्ताओं की मांग पर बुधवार को दोपहर में संकेत देने के बाद शाम को अखिलेश यादव का नाम घोषित कर दिया गया।

सपा के गढ़ की महत्वपूर्ण लोकसभा कन्नौज से लगातार सपा मुखिया अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने की स्थानीय नेता मांग कर रहे थे।लंबे समय से यहां के नेताओं और कार्यकर्ताओं को अखिलेश यादव लड़ने का आश्वासन देते आ रहे थे। इस बीच सोमवार को सपा ने कन्नौज से अखिलेश यादव के भतीजे मैनपुरी के पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव को टिकट दे दिया था।

तेज प्रताप यादव को टिकट मिलने के बाद से भाजपा ने जहां राहत की सांस ली थी, वहीं सपा नेताओं में नाराजगी और निराशा नजर आने लगी थी। वह लगातार अखिलेश यादव से संपर्क कर उनसे लड़ने की मांग पर ही अड़े हुए थे।मंगलवार रात से कन्नौज जिले के ग्रुपों में अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने के संदेश भी वायरल होने लगे थे। इसे लेकर जब इटावा में जनसभा करने आए अखिलेश यादव से पत्रकारों ने सवाल पूछा था तो उन्होंने ऐतिहासिक जीत होने का दावा करते हुए खुद लड़ने का संकेत दिया था।

बता दें कि इससे पहले सपा बदायूं, मेरठ, मुरादाबाद, मिश्रिख, गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट से भी उम्मीदवार बदल चुकी है।अब कन्नौज से उम्मीदवार बदलने के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं।सवाल ये उठ रहे हैं कि लोकसभा चुनाव के रण में कन्नौज सीट से क्यों अखिलेश यादव को खुद उतरना पड़ रहा है और क्यों तेज प्रताप को उम्मीदवारी के ऐलान के 48 घंटे के भीतर ही हटाने की नौबत आ गई।

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