प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए राम मंदिर ट्रस्ट ने निमंत्रण कार्ड भेजने शुरू किए,कार्यक्रमों की देखिए लिस्‍ट
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए राम मंदिर ट्रस्ट ने निमंत्रण कार्ड भेजने शुरू किए,कार्यक्रमों की देखिए लिस्‍ट

30 May 2025 |   33



 

अयोध्या।श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर की पहली मंजिल पर राम दरबार समेत 8 मंदिरों के आगामी प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए औपचारिक निमंत्रण भेजने शुरू कर दिए हैं।गंगा दशहरा के त्योहार के साथ 3 से 5 जून तक होने वाले इस कार्यक्रम की घोषणा पहले ही की जा चुकी है।इसकी तैयारियां जोरों पर हैं।देश भर के धार्मिक नेताओं और संतों को निमंत्रण कार्ड भेजे जा रहे हैं।

संतों से प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का आग्रह

ट्रस्ट के वरिष्ठ पदाधिकारी चंपत राय और अनिल मिश्रा द्वारा हस्ताक्षरित निमंत्रण पत्रों में संतों से उपस्थिति का अनुरोध किया गया है।अनुष्ठानों के लिए तैयार किये जा रहे आठ मंदिरों में से प्रत्येक में दो गृहस्थ संरक्षक के रूप में काम करेंगे और दो संत गवाह के रूप में काम करेंगे।हिंदू धार्मिक नेताओं को संबोधित पत्र में कहा गया है कि राम दरबार और सात अन्य मंदिरों का अभिषेक राम मंदिर की पहली मंजिल पर किया जाएगा। इसमें गर्भगृह के चारों ओर बनाये जा रहे आयताकार घेरे का भी वर्णन किया गया है, जिसके कोनों पर और घेरे के उत्तरी और दक्षिणी किनारों पर मंदिर स्थित होंगे।

निमंत्रण में बताया गया है कि अभिषेक समारोह शिव,गणेश, हनुमान,सूर्य,भगवती,अन्नपूर्णा और शेषावतार समेत विभिन्न देवताओं को समर्पित मंदिरों में आयोजित किये जाएंगे।

यह है कार्यक्रम

अनुष्ठान 3 और 4 जून को सुबह साढ़े छह बजे शुरू होंगे और शाम साढ़े छह बजे तक जारी रहेंगे, जबकि समापन के दिन 5 जून को कार्यक्रम दोपहर एक बजे तक समाप्त हो जाएंगे।

कलश यात्रा के अगले दिन त्रिदिवसीय आयोजन ज्येष्ठ शुक्ल अष्टमी (3 जून) से शुरू होकर दशमी (5 जून) को पूजा, भोग, आरती के साथ परिपूर्ण होगा। अनुष्ठान तीनों दिन प्रातः साढ़े छह बजे शुरू होगा। 

तीन व चार जून को पूजन विधि प्रातः साढ़े 6 बजे से शुरू होकर सायंकाल इसी समय तक पूर्ण होगी। 

ज्येष्ठ शुक्ल अष्टमी (5 जून) को पूजन प्रातः साढ़े 6 बजे शुरू होकर पूर्वाह्न 11:20 तक चलेगा।

प्राण प्रतिष्ठा 11.25 से होगी। इसके बाद पूजा, भोग एवं आरती होगी। इस दिन सभी कार्यक्रम दोपहर एक बजे तक पूर्ण हो जाएंगे।

मंदिर परिसर में सुबह के जलपान और दोपहर के भोजन की व्यवस्था 

आमंत्रित अतिथियों के लिए ट्रस्ट ने मंदिर परिसर में सुबह के जलपान और दोपहर के भोजन की व्यवस्था की है।हालांकि उनके संबंधित आश्रमों में रात का खाना खाने की उम्मीद है। ट्रस्ट के निमंत्रण में आयोजन के आध्यात्मिक महत्व पर जोर दिया गया है और धार्मिक नेताओं से पवित्र गवाहों के रूप में समारोह में उपस्थित होने का आग्रह किया गया है।

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