अयोध्या।रामनगरी अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर 25 नवम्बर को आयोजित ध्वजारोहण समारोह के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से भेजे जा रहे निमंत्रण पत्र को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्सुकता है। जिनको निमंत्रण पत्र मिल चुका है वह अपनी खुशी अपने सगे सम्बन्धियों के साथ और सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं।जबकि दूसरे लोग अपने सम्पर्को के माध्यम से जानकारी लेने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय ने यह खुलासा किया है कि पूरा कार्यक्रम पूर्वी उत्तर प्रदेश पर आधारित है और इसके अन्तर्गत अयोध्या जिले में संत-महंतो सहित तीन हजार लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है।इसके अलावा साढ़े तीन हजार लोग शेष पूर्वी उत्तर प्रदेश से हैं।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय ने यह स्पष्ट किया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश का तात्पर्य है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सांगठनिक ईकाई से है जिसका क्षेत्र लखनऊ है और इसका विस्तार कानपुर से बलिया तक है। इसके अन्तर्गत चार प्रांत अवध, काशी, गोरक्ष व काशी प्रांत शामिल हैं।गंगा के पश्चिम गाजीपुर,आजमगढ़ बलिया से लेकर नेपाल के सीमांत क्षेत्र व बुंदेलखंड होकर मिर्जा पुर व सोनभद्र तक शामिल हैं।
चंपतराय ने बताया कि इस पूरे क्षेत्र में विभिन्न विधाओं में स्थापित व प्रतिष्ठित लोगों के अलावा समाज के हर वर्ग के प्रमुखों व राम मंदिर निर्माण में सहयोग करने वाले प्रमुख लोगों को निमंत्रण भेजा जा रहा है। इन्हें दो प्रकार से सूचनाएं दी जा रही है। सभी सूचीबद्ध नाम संगठन के पदाधिकारियों की ओर से दिए गये है। इनमें कुछ लोगों को डाक के द्वारा पत्र भेजा गया है।
बता दें कि राम मंदिर निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन के बाद देश भर से आए श्रद्धालुओं को देशी घी के लड्डुओं का प्रसाद वितरित किया गया था।शहरों में भी घर-घर लड्डूओं का वितरण कराया गया था।इनमें वह लड्डू भी शामिल थे जो विभिन्न संस्थाओं और संगठनों द्वारा भी भेजे गए थे। वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी ओर से लड्डुओं का वितरण कराया था।रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान विभिन्न संस्थाओं और संगठनों द्वारा लड्डू यहां पहुंचे जरुर,लेकिन उनके वितरण की समुचित व्यवस्था नहीं बन सकी। ध्वजारोहण समारोह में आने वाले अतिथियों के अलावा दर्शनार्थियों और देश भर के श्रद्धालुओं को भेजने के लिए प्रसाद वितरण पर मंथन किया जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में तैयार लड्डू काफी खराब हो चुके थे।
बता दें कि विवाह पंचमी के पर्व पर आयोजित ध्वजारोहण समारोह के दौरान राम मंदिर ही नहीं पूरे रामकोट को विद्युत झालरों और वंदनवारों से सुसज्जित किया जाएगा। इस अवसर पर दीपोत्सव की तर्ज पर एक तरफ चारों प्रवेश द्वारों को सुगंधित पुष्पों से सजाया संवारा जाएगा। इस तिथि पर भगवान श्रीसीताराम विवाहोत्सव का आयोजन दर्जनों मंदिरों में होता रहा है। वहीं इस बार राम मंदिर में भी श्रीसीताराम विवाहोत्सव का आयोजन किया जाएगा।