यूपी में बाढ़ का कहर जारी,सैकड़ों गांव बने टापू,लाखों प्रभावित,आगरा और मथुरा में कालोनियों में भरा पानी
यूपी में बाढ़ का कहर जारी,सैकड़ों गांव बने टापू,लाखों प्रभावित,आगरा और मथुरा में कालोनियों में भरा पानी

08 Sep 2025 |   52



 

लखनऊ।उत्तर प्रदेश के आगरा,मथुरा,अलीगढ़,शाहजहांपुर, पीलीभीत,कानपुर देहात,इटावा,औरैया,फर्रुखाबाद,कन्नौज समेत कई जिलों में बाढ़ कहर जारी है।सैकड़ों गांव टापू बन गए हैं।शहर की कालोनियों में भी पानी घुस गया है।लाखों की आबादी इससे प्रभावित है।लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा जा रहा है।एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमों ने मोर्चा संभाल लिया है।

यमुना के उफान से आगरा में एक लाख से अधिक की आबादी बाढ़ की चपेट में है।दयालबाग से जीवनी मंडी तक और यमुना पार में टेढ़ी बगिया से कछपुरा तक 50 से अधिक कॉलोनियों, मोहल्लों में यमुना का पानी भर गया है।सदर,एत्मादपुर, फतेहाबाद और बाह तहसील क्षेत्र में 60 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं।
 

मथुरा की कॉलोनियों में घुसा बाढ़ का पानी,नौ हजार लोगों को किया गया रेस्क्यू

मथुरा में यमुना का पानी लक्ष्मीनगर में घुस गया है।घरों की एक-एक मंजिल तक भर गया है।सदर बाजार,जयसिंहपुरा समेत वृंदावन की दर्जनों कॉलोनियां यमुना के पानी से लबालब हो गईं।जिले के 45 गांव टापू बन गए हैं।प्रशासन ने नौ हजार लोगों का रेस्क्यू कर राहत शिविरों में भेजा है।

कुछ परिवार अभी भी कर रहे पलायन

अलीगढ़ में यमुना की बाढ़ से प्रभावित गांव महाराजगढ़ में 30 से 40 परिवार अपने घरों की छतों पर रह रहे हैं।कुछ परिवार अभी भी पलायन कर रहे हैं।बाढ़ राहत शिविर में भी लोग परेशान हैं। वहीं प्रशासन ने रविवार को भी गांवों में राहत सामग्री का वितरण किया।

 शाहजहांपुर में नदियों का कम हुआ जलस्तर, लेकिन दुश्वारियां बरकरार 

शाहजहांपुर में नदियों का जलस्तर कम तो हो गया है,लेकिन दुश्वारियां अभी बरकरार हैं।गर्रा और खन्नौत नदी अभी भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है।नदियों के आसपास की कॉलोनियों में पानी भरा हुआ है।
 

गली में आया मगरमच्छ,खौफ में लोग

पीलीभीत जिले के ग्राम गजरौला कला सहराई में नदी-नाले उफान पर हैं।शनिवार को एक मगरमच्छ नदी से गली में पहुंच गया।गली में बहते पानी के बीच मगरमच्छ देखकर लोग खौफ में आ गए। लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए मगरमच्छ को रस्सियों से बांध दिया और सामाजिक वानिकी टीम को सूचना दी। जानकारी मिलते ही टीम रात करीब 11 बजे मौके पर पहुंची। तब तक ग्रामीण मगरमच्छ को काबू कर चुके थे।वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़ लिया और अपने साथ ले गई।
 

गंगा,यमुना,चंबल का जलस्तर तीसरी बार खतरे के निशान के पार

कानपुर और आसपास के जिलों में गंगा,रामगंगा,यमुना और चंबल नदी का जलस्तर तीसरी बार खतरे के निशान के पार हो गया।कानपुर देहात के मूसानगर में 13 गांवों का संपर्क कट गया है।लगभग 12 हजार की आबादी प्रभावित है। कन्नौज में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 50 सेमी ऊपर चला गया। इससे कटरी के 60 से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं।
फर्रुखाबाद में 350 गांवों में बाढ़ की हालत भयावह हो गई है। हरदोई में गर्रा नदी का पानी बढ़ने से 99 गांव प्रभावित हैं। लगभग 10 हजार की आबादी प्रभावित है।फतेहपुर में गंगा और पांडु नदियों के उफान से बिंदकी तहसील के 18 मजरे बाढ़ की चपेट में हैं। इटावा में भी यमुना नदी का पानी इटावा-ग्वालियर हाईवे के करीब तक पहुंच गया है।

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