सावन के अंतिम सोमवार पर उमड़ा श्रद्धालुओं का जन सैलाब,हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज उठी काशी
सावन के अंतिम सोमवार पर उमड़ा श्रद्धालुओं का जन सैलाब,हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज उठी काशी

08 Aug 2022 |  75



ब्यूरो प्रेम शंकर मिश्र

वाराणसी।देवाधिदेव महादेव का सबसे प्रिय महीना सावन का आज अंतिम सोमवार है।महादेव की आराधना का भक्तों के लिए आज आखरी मौका है।द्वादश ज्योतिर्लिंग में काशी विश्वनाथ मंदिर में भोर में मंगला आरती के बाद बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए गर्भगृह का पट श्रद्धालुओं के लिए झाकी दर्शन के लिए खोल दिया गया।बाबा विश्वनाथ का पट खुलते ही गंगा घाट से लेकर बाबा दरबार तक हर हर महादेव और बोल बम के जयकारे गूंजने लगे।दर्शन पूजन का ये सिलसिला देर रात तक चलता रहेगा।

आज बाबा विश्वनाथ का देर शाम रुद्राक्ष श्रृंगार होगा और भक्तों में बांटा जाएगा।रविवार की देर रात से ही बाबा के भक्तों की लम्बी कतार लग गई।बाबा विश्वनाथ के दरबार में तीनों सोमवार को लगभग 16 लाख से अधिक भक्त बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजरी लगा चुके हैं।वैसे तो देवाधिदेव महादेव की आराधना आज के दिन पूरी दुनिया में होती है,लेकिन काशी में देवाधिदेव महादेव का दर्शन निश्चय ही सौभाग्य की बात है। द्वादश ज्योतिर्लिंग में प्रथम देवाधिदेव महादेव की नगरी काशी भक्तों के हर-हर महादेव के नारों से गूंज रही है।

मंदिर को जाने वाले सारे रास्तों पर सिर्फ केसरिया ही केसरिया का नजर आ रहा है। हाथो में गंगा जल की लुटिया और पुष्प लिए हर भक्त के मन में बाबा विश्वनाथ के प्रति अटूट श्रद्धा और आस्था का समन्दर यहां सभी कुछ विराज मान है।इस समय देवाधिदेव महादेव की नगरी काशी में मोक्ष दायिनी काशी की आभा में सावन मास अलौकिक नगरी के रूप में परिवर्तित हो जाती है, या यूं कहें महादेव के पून्य और प्रताप से सिर्फ महादेव के भक्तों का सैलाब ही काशी की परिणति हो जाती है।

12 अगस्त को पूर्णिमा के दिन सावन महीने का समापन हो जाएगा। 12 अगस्त को बाबा विश्वनाथ अपने परिवार के साथ झूले पर विराजमान होंगे।भगवान आदि विशेश्वर,मां पार्वती , भगवान गणेश और कार्तिकेय के साथ विराजमान होंगे। काशीवासी अपने प्रभु को झूला झुलाएंगे और इसी के साथ सावन का पवित्र महीना समाप्त हो जाएगा।

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