लोकसभा चुनाव:पीएम मोदी और जयंत की दोस्ती का बड़ा इम्तिहान,एनडीए का सपा और बसपा बिगाड़ेगी खेल
लोकसभा चुनाव:पीएम मोदी और जयंत की दोस्ती का बड़ा इम्तिहान,एनडीए का सपा और बसपा बिगाड़ेगी खेल

18 Apr 2024 |  36




लखनऊ।पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकदल की दोस्ती का इम्तिहान है। कैराना,मुजफ्फरनगर,हाथरस और फतेहपुर सीकरी लगभग डेढ़ दर्जन लोकसभा सीटें ऐसी हैं,जहां जाट मतदाताओं का प्रभाव है।अब देखना यह है कि पश्चिमी यूपी में रालोद और भाजपा की दोस्ती कितनी फायदेमंद साबित होती है।वह भी तब जब सपा और बसपा भी लगभग भाजपा की पिच पर ही खेलने उतर आए हों। रालोद के सामने पहली चुनौती जाटों को भाजपा को वोट देने के लिए राजी करने की है तो वहीं जाटों को एकजुट रखने की भी चुनौती है।

भाजपा ने पश्चिमी यूपी में 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव अपने बलबूते लड़ा। 2014 में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा और रालोद के साथ आने से भाजपा को पश्चिमी यूपी की 14 में से सात लोकसभा सीटों पर पराजय का सामना करना पड़ा था।ऐसे में भाजपा को पश्चिमी यूपी में एक सहयोगी की जरूरत महसूस हुई और जाट बिरादरी को साधने के लिए भाजपा को रालोद का साथ सही लगा।

पश्चिमी यूपी में जिस तरह सपा-बसपा गैर मुस्लिम वोटों में सेंधमारी की कोशिश कर रही है,वो भाजपा और रालोद की चिंता का कारण है।जैसे कि बिजनौर लोकसभा सीट पर सपा ने सैनी तो बसपा ने जाट प्रत्याशी उतारा है। बागपत में सपा ब्राह्मण चेहरा उतार कर भाजपाई वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है।

कैराना में बसपा ने ठाकुर प्रत्याशी उतारा है,वहीं भाजपा के गुर्जर प्रत्याशी प्रदीप चौधरी को मुस्लिम गुर्जर इकरा हसन से चुनौती मिल रही है। मुस्लिम-दलित बाहुल्य मेरठ में भाजपा ने रामायण में भगवान का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल को चुनावी मैदान में उतारा है तो सपा ने दलित सुनीता वर्मा और बसपा ने भाजपा का वोट बैंक माने जाने वाले त्यागी समाज से प्रत्याशी उतारकर चुनौती पेश की है।

गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीटों पर बसपा ने ठाकुर प्रत्याशी उतारा है तो मथुरा में फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी के सामने जाट चेहरे को उतारा है। फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर के सामने बसपा ने ब्राह्मण तो कांग्रेस ने ठाकुर चेहरे को उतारा है। फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल ने अपने बेटे को ही निर्दलीय मैदान में उतार दिया है।

More news