ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी
लखनऊ।उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आलमबाग मेट्रो स्टेशन के नीचे बुधवार रात मासूम से दरिंदगी करने वाला एक लाख का इनामी दीपक वर्मा को लखनऊ पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया है।दीपक रेलवे में पानी बेचने का काम करता था।घटना बुधवार रात की है,जब ढाई साल की बच्ची अपने माता-पिता के साथ मेट्रो स्टेशन के नीचे सो रही थी।दीपक ने बच्ची को वहां से उठाया और पास ले जाकर दुष्कर्म किया था। बच्ची अस्पताल में भर्ती है और उसका इलाज जारी है।
इस घटना के बाद डीसीपी सेंट्रल ने मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाले दीपक वर्मा की गिरफ्तारी के लिए 5 टीमें गठित की थी।पुलिस ने 24 घंटे में दीपक वर्मा को ढूंढ निकाला।देवीखेड़ा रोड पर देर रात कैंट-आलमबाग बॉर्डर पर पुलिस ने उसे रोका तो दीपक ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में दीपक पुलिस की गोली से घायल हो गया। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया,जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस मुठभेड़ में डीसीपी सेंट्रल की क्राइम टीम और आलमबाग पुलिस की टीम शामिल रही।
पुलिस का बयान
डीसीपी सेंट्रल लखनऊ आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि 5 जून की सुबह 10 बजे शिकायत दर्ज हुई कि ढाई साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है। मुकदमा दर्ज कर पांच टीमें गठित की गईं। सीसीटीवी फुटेज पर दिखे स्कूटर के अनुसार आरोपी की पहचान दीपक वर्मा के रूप में हुई। इसके बाद पुलिस कमिश्नर को एक लाख रुपये का इनाम घोषित करने का प्रस्ताव दिया गया। 20 घंटे के अंदर पुलिस टीम और आरोपी के बीच मुठभेड़ हुई। आरोपी घायल हो गया और उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पीड़ित बच्ची की हालत गंभीर
पीड़ित बच्ची दिव्यांग है।दीपक वर्मा ने दुष्कर्म करने के बाद बच्ची को मरा समझकर झाड़ियों में फेंक दिया था। इस दौरान वह जहां से बच्ची को लेकर गया था, उस रास्ते में खून के निशान थे। बच्ची की गंभीर हालत को देखते हुए उसे लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया, यहां से उसे केजीएमयू रेफर किया गया। बच्ची का इलाज जारी है और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार बच्ची के प्राइवेट पार्ट में चोटे हैं। अब उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।