यूपी में सड़क सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला,सड़क हादसों की विवेचना में बदलाव, 3 या अधिक मौतों पर एएसपी-सीओ करेंगे जांच
यूपी में सड़क सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला,सड़क हादसों की विवेचना में बदलाव, 3 या अधिक मौतों पर एएसपी-सीओ करेंगे जांच

18 Jun 2025 |   36



 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।हर महीने यूपी के किसी न किसी जिले से ऐसी भीषण सड़क दुर्घटनाओं की खबरें सामने आ रही हैं जिनमें तीन या उससे अधिक लोगों की मौत हो जाती है। इन हादसों से न सिर्फ पीड़ित परिवारों का जीवन तहस-नहस होता है, बल्कि राज्य की यातायात व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े होते हैं।अब यातायात निदेशालय इन घटनाओं के मूल कारणों को समझकर उन्हें रोकने की दिशा में ठोस कदम उठाया है।

यूपी में सड़क हादसों का कारण पता करने के लिए यातायात निदेशालय ने विवेचना सेल बनाया है।विवेचना सेल का प्रभारी डीआईजी ट्रैफिक को बनाया गया है।साथ ही तीन या अधिक मौतों वाले हादसे की विवेचना एएसपी की निगरानी में सीओ करेंगे।अभी तक ऐसे हादसों की विवेचना भी सब इंस्पेक्टर अथवा हेड कांस्टेबिल कर रहे हैं।

एएसपी और सीओ अधिक मौतों वाले हादसे में देखेंगे कि एक्सीडेंट कि मुख्य कारण क्या रहा।रोड इंजीनियरिंग गड़बड़ थी,सड़क पर गड्ढे थे या ओवर स्पीडिंग या नशे में गाड़ी चलाने  से हादसा हुआ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सड़क हादसों में 50 फीसदी कमी लाने के लिए यह पहल एडीजी ट्रैफिक के. सत्यनारायण ने की है।विवेचना सेल का आफिस पुलिस हेडक्वार्टर में ही चौथी मंजिल पर बनाया गया है।डीआईजी ट्रैफिक अरविन्द कुमार इसके प्रभारी हैं। साथ ही एएसपी अनूप कुमार और सीओ सरोज कुमार भी इस सेल में हैं।

विवेचना सेल यह देखेगा कि आखिर सड़क हादसे का मुख्य कारण क्या था।सड़क हादसा किन परिस्थितियों में हुआ है। कहीं चालक नशे में तो नहीं था,रांग साइड और ओवर स्पीडिंग की वजह से तो वाहन नहीं भिड़े हैं।ऐसे ही रोड इंजीनियरिंग, चौराहे की डिजाइन और अन्य कारणों को भी देखा जाएगा। सड़क हादसों के कारण को लेकर विवेचना सेल अपनी रिपोर्ट तैयार करेगा। फिर इस रिपोर्ट पर ट्रैफिक और परिवहन विभाग के अफसरों के साथ विचार-विमर्श कर समाधान निकाला जाएगा।

योगी सरकार ने सड़क दुर्घटना जांच योजना- 2023 लागू की थी।इसके तहत यूपी में सड़क हादसे में तीन या तीन से अधिक मौत होने पर जांच समिति बनाई जाएगी। अब जरूरत महसूस हुई कि एक ऐसा सेल बनाया जाए जो लगातार ऐसे मामलों की वृहद मानीटरिंग करें।

एडीजी ट्रैफिक के.सत्यनारायण ने कहा कि विवेचना सेल के बनने से हादसों की वजह पता करने में काफी मदद मिलेगी। सड़क हादसों में 50 प्रतिशत कमी लाने के लक्ष्य को पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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