आजमगढ़।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को आजमगढ़ के सलारपुर में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर दिया है।इसी महीने या फिर जुलाई से इस पर वाहनों का फर्राटा भरना शुरू हुआ जाएगा।उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्यौगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने टोल वसूलने के लिए एजेंसी की तलाश भी शुरू कर दी है।पहले ही साल गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे से 60 करोड़ टोल टैक्स की कमाई होने का अनुमान है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर मोटरसाइकिल के लिए 140 रुपये और कार के लिए 285 रुपये का टोल निर्धारित है। 91.35 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे की अनुमानित लागत 7,283.28 करोड़ रुपये है।इससे गोरखपुर,आंबेडकरनगर, संतकबीरनगर और आजमगढ़ जिले के लोग लाभान्वित होंगे। टोल वसूली के साथ एजेंसी को एम्बुलेंस,सेफ्टी वाहन और पेट्रोलिंग वाहनों का संचालन भी करना होगा।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे दो मुख्य लेन और सात रैम्प वाला होगा।टोल शुल्क वसूलने के लिए जिस एजेंसी का चयन किया जाएगा,उसे टोल शुल्क वसूली के अलावा चार एडवांस श्रेणी की एम्बुलेंस,चार सेफ्टी वाहन और चार पेट्रोलिंग वाहनों का संचालन भी करना होगा। 91.35 किलोमीटर लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे की अनुमानित लागत 7,283.28 करोड़ रुपये है। यह परियोजना इस एक्सप्रेस-वे की लागत प्रति किलोमीटर के आधार पर अभी तक सबसे ज्यादा होगी।
बाइक और तीन पहिया वाहनों का मासिक पास अधिकतम 2280 रुपये में बनेगा।कार आदि को इसके लिए 4560 रुपये देना होगा। हल्के वाणिज्यिक वाहनों के लिए 7050 रुपये तय किए गए हैं। बस और ट्रक के लिए अधिकतम 13430 रुपये देना होगा। भारी निर्माण वाहनों के लिए मासिक पास की दर 21390 रुपये रखी गई है। ओवरसाइज वाहनों को 27910 रुपये देना होगा।