कनाडा से अपने बेटे का शव मंगाने के लिए भटक रहा देश का फौजी,विदेश मंत्रालय पर लगाए लापरवाही के आरोप
कनाडा से अपने बेटे का शव मंगाने के लिए भटक रहा देश का फौजी,विदेश मंत्रालय पर लगाए लापरवाही के आरोप

02 Sep 2022 |  223



रिपोर्ट-शुभम कुमार

एटा।उत्तर प्रदेश के एटा जिले में 80 वर्षीय बुजुर्ग फौजी सुभाष चन्द्र पांडेय के बेटे का पार्थिव शरीर 11 दिनों से भारत वापस नहीं आ पा रहा है,आरोप है विदेश मंत्रालय सहायता नही कर रहा है।

भारत देश में अभी तक आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा था। अमृत महोत्सव मनाने के बाद कुछ दिन भी ना बीते थे कि इस देश का एक फौजी अपने बेटे बेटे के शव को लाने के लिए आज 10 दिन से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है। 80 साल की उम्र के पिता जो देश के रिटायर्ड फौजी है।

80 साल के फौजी की एक आंख का तारा इनका लाल कनाडा में अपनी पत्नी के साथ रहता है। आजादी का अमृत महोत्सव समाप्त होने के बाद एक सप्ताह न बीत था कि तभी एक देश के फौजी का अपने मृतक बेटे के पार्थिव शरीर भारत लाने के लिए दर दर भटक रहा है। 23 अगस्त से ही पिता विदेश मंत्रालय से लेकर के जनप्रतिनिधियों की चौखट तक चक्कर पर चक्कर काट रहा है,लेकिन इस फौजी पिता का दर्द समझने वाला कोई दिखाई नहीं दे रहा है।

आज भी हमारे देश में कुछ फौजियों की हालत देखने पर दर्द से कलेजा भर आता है।80 साल की उम्र गुजार चुके रिटायर्ड फौजी कभी सीमा पर जाकर नही रोया,लेकिन कुदरत का कहर इस कदर बरपा की उसके सामने ही उसके कलेजे के टुकड़ा बेटे की जब सांसे थम गई और शव किसी और देश की धरती पर पड़ा हुआ है।

रुंधे हुए गले और भीगी हुई आंखों से नम फौजी सुभाष चंद्र पांडे बताते हैं कि हमारे बेटे की मृत्यु 23 अगस्त को कनाडा के विक्टोरिया हॉस्पिटल में हो गई थी।मृत्यु होने के बाद आज 11 दिन बीत गए हैं। हम क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों विधायक सांसद अधिकारियों में जिला अधिकारी एसडीएम और विदेश मंत्रालय तक के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। टूटे हुए मन से बताया अब तो कनाडा में स्थित भारतीय एंबेसी ने मेरा फोन भी उठाना बंद कर दिया है।

आपको बताते चलें ये रिटायर्ड फौजी उत्तर प्रदेश के एटा जिले की तहसील अलीगंज क्षेत्र के ग्राम वरना के रहने वाले हैं।फौजी ने बताया मेरे दो बेटे हैं। ये मेरा बड़ा बेटा है जिनकी कनाडा में मृत्यु हुई है।

मृतक की पत्नी के ऊपर पिता ने लगाए गंभीर आरोप

फौजी सुभाष चंद्र पांडे बताते हैं हमारे बेटे तरुण पांडेय और हमारी पुत्रवधू रंजना के मध्य में कुछ विवाद बीते 5 साल से चल रहा है,हालांकि अभी तक तलाक नहीं लिया है।बेटा और उसकी पत्नी पिछले एक वर्षों से कनाडा में ही अलग-अलग जगह रह रहे थे।जब बेटे की तबीयत खराब हुई तो डॉक्टरों ने बेटे को अस्पताल में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा हुआ था, लेकिन पत्नी ने वहां पर लिखित तौर पर डॉक्टर से अपील की कि इनको लाइफ सपोर्ट सिस्टम से हटा दीजिए।जिसके बाद में मेरे बेटे की मृत्यु हो गई आखिर मेरी पुत्रवधू ने ऐसा क्यों किया है ये मुझे ज्ञात नही है।

मेरे भाई आख़िरी बार 2007 में मेरी शादी‌ में भारत आए थे।अब आज वो हमारे बीच नही है।वो हमें हमेशा सपोर्ट करते थे।कहते थे हम जल्द ही भारत आकर ही रहेंगे।भाई का इस समय पासपोर्ट की अवधि भी समाप्त हो चुकी है।
निखार पाण्डेय,मृतक का भाई

पिता ने बताया कि हम अपने फर्रुखाबाद लोकसभा के क्षेत्रीय सांसद मुकेश राजपूत और कन्नौज के सांसद सुब्रत पाठक से मिला और उन्होंने विदेश मंत्रालय के लिए पत्र भी लिखा है,
लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। मैंने विदेश मंत्रालय से बार-बार कोशिश की,लेकिन वहां पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब तो कनाडा में रह रहे भारतीय एम्बेसी ने हमारा फोन तक उठाना बंद कर दिया है।

अलीगंज एसडीएम मानवेंद्र सिंह ने बताया यह पूरा प्रकरण हमारे और जिला अधिकारी साहब के संज्ञान में है। हम लोगों ने विदेश मंत्रालय के लिए पत्र लिखा है और शव मंगवाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

क्षेत्रीय विधायक सत्यपाल सिंह राठौर ने बताया ये पूरा प्रकरण अब हमारे संज्ञान में आया है।इसके लिए मुख्यमंत्री जी से बात करेंगे,जल्द से जल्द शव भारत लाने का प्रयास करेंगे।

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