रामनगरी के मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम एयरपोर्ट पर दिन-रात लैंड कर सकेंगे विमान,इसी साल शुरू होगी उड़ान,दिखेगी राममंदिर की झलक
रामनगरी के मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम एयरपोर्ट पर दिन-रात लैंड कर सकेंगे विमान,इसी साल शुरू होगी उड़ान,दिखेगी राममंदिर की झलक

06 Feb 2023 |  110





अयोध्या।रामभक्तों को साल 2023 बीतने से पहले बड़ा तोहफा देकर जाएगा।दिसंबर तक रामनगरी अयोध्या का नवनिर्मित मर्यादा पुरुषोत्तम एयरपोर्ट तैयार हो जाएगा और संचालन भी शुरू हो जाएगा।दिन और रात दोनों समय यह ऑपरेशनल होगा और वो सभी सुविधाएं भी होंगी जो किसी बड़े एयरपोर्ट पर मिलती हैं।साल 2024 के जनवरी महीने में राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय और बाद में अयोध्या आने वाले यात्री हवाई सफर कर सकेंगे।एयरपोर्ट पर पहुंचते ही यात्रियों को रामलला के भव्य मंदिर की आभा भी दिखेगी।

रामनगरी अयोध्या का मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम एयरपोर्ट ऐसा होगा कि यात्रियों को यहां पहुंचते ही रामलला के मंदिर की झलक देखने को मिलेगी।एयरपोर्ट स्ट्रक्चर को उन्हीं पत्थरों से तैयार किया जा रहा है,जिन पत्थरों से श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण हो रहा है।इस पर हुई नक्काशी भी श्री राम मंदिर से मिलती जुलती हुई नजर आएगी।निर्माण के समय की बात करें तो उसमें भी काफी कुछ समानता नजर आएगी।श्री राम जन्मभूमि मंदिर की तरह यह भी दो चरणों में तैयार होगा। पहला चरण रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के 3 महीने पहले तैयार हो जाएगा तो दूसरा चरण 2025 में पूरी तरह श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के पहले पूरा हो जाएगा। देश विदेश से रामभक्त सुगमता से अयोध्या पहुंच सकेंगे।

बता दें कि मंदिर की छवि के आधार पर ही पूरा एयरपोर्ट का लुक दिया जा रहा है।श्रीराम एयरपोर्ट पर दिन और रात दोनों समय विमानों का संचालन होगा।उसकी वजह से रनवे की लंबाई 900 मीटर बढ़ाई गई है। रनवे बिल्डिंग और स्ट्रक्चर में भी कुछ बदलाव किए जा रहे हैं,जिसके कारण प्रथम चरण को लेकर निर्माण की तय समय सीमा लगभग 2 माह बढ़ गई है। इसके कारण अब जून 2023 तक एयरपोर्ट के सिविल और इलेक्ट्रिकल रेलवे का काम पूरा हो सकेगा।फेज वन के लिए डे-नाइट में लैंडिंग का प्रपोजल था।बाद में नाइट लैंडिंग में कन्वर्ट किया। नाइट लैंडिंग की वजह से कुछ पैरामीटर चेंज हुए।उसकी वजह से लगभग जून तक काम कंप्लीट होगा। इसी के चलते रनवे को 900 मीटर शिफ्ट किया है।रनवे बिल्डिंग में भी कुछ बदलाव हैं।जून तक सिविल और इलेक्ट्रिकल रनवे का काम पूरा होगा।

पहले 31 मार्च तक एयरपोर्ट के प्रथम चरण का कार्य पूरा हो जाना था, लेकिन अब यह जून तक होगा। संचालन में देरी न हो इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने यह तय किया है कि निर्माण के पहले अप्रैल से ही डीजीसीए (DGCA) से लाइसेंस लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।इस प्रक्रिया में 2 से 3 माह का समय लगता है।जब सारी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, तो जून में निर्माण के फौरन बाद उसका निरीक्षण हो जाएगा और अगस्त तक लाइसेंस मिलने के बाद सितंबर के अंत या अक्टूबर माह में विमानों का संचालन शुरू हो जाएगा।

एयरपोर्ट उड़ान योजना के तहत तैयार किया जा रहा है। आरसीएस के तहत इससे लोगों को सस्ती मगर विश्व स्तरीय उड़ान सुविधा का लाभ मिलेगा।पहले चरण में यहां चार विमान एक साथ खड़ा किए जाने की व्यवस्था होगी।पहले चरण में एयरपोर्ट की बिल्डिंग 300 यात्रियों की क्षमता वाली होगी। 2025 तक जब एयरपोर्ट का दूसरा चरण पूरा होगा तब तक यात्रियों की क्षमता के साथ विमानों को खड़ा करने के स्थान में भी विस्तार हो चुका होगा।यानी मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम एयरपोर्ट के जरिए रामनगरी अयोध्या में रामभक्तों को सस्ती, लेकिन बेहतर हवाई यात्रा का तोहफा मिलने वाला है।

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