जंगल में भी बड़ा झोल: 2 महीने पहले डाक्टर ने बताया था फिट,फिर कैसे लंगड़ाने लगा बाघ,वीडियो आया सामने
जंगल में भी बड़ा झोल: 2 महीने पहले डाक्टर ने बताया था फिट,फिर कैसे लंगड़ाने लगा बाघ,वीडियो आया सामने

14 Apr 2024 |  107





पीलीभीत।उत्तर प्रदेश का पीलीभीत टाइगर रिजर्व पिछले एक साल से बाघों को लेकर सुर्खियों में है।एक तरफ घंटों तक दीवार पर बैठी रही बाघिन विश्व में चर्चा का विषय बनी थी तो वहीं पिछले पांच महीनों से लगातार एक लंगड़ाते बाघ का वीडियो सामने आ रहा है।हाल ही में किसी पर्यटक ने इस लंगड़ाते हुए बाघ का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया है।इस वीडियो पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बीते सालों में बाघों की संख्या में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी देखी गयी है।बाघों की बढ़ती मौजूदगी से पीलीभीत टाइगर रिजर्व में सफारी के दौरान सैलानियों को तमाम टाइगर्स के दीदार होते हैं। पिछले साल दिसंबर में एक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हुआ था।वायरल वीडियो एक बाघ सड़क पर लंगड़ा कर चलता हुआ दिख रहा था।यह वीडियो माधोटांडा-खटीमा मार्ग का बताया गया था।

मामले की पुष्टि करते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व के तत्कालीन उपनिदेशक ने इस बाघ की निगरानी के लिए पीटीआर के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. गंगवार, बायोलॉजिस्ट लवप्रीत लाहौरिया और महोफ रेंजर सहेंद्र यादव के नेतृत्व में एक निगरानी समिति गठित की थी।वहीं बाघ की निगरानी के लिए कुछ कैमरा ट्रैप भी लगाए गए थे।समिति ने बाघ के स्वास्थ्य को सामान्य मानते हुए अपनी रिपोर्ट तत्कालीन उपनिदेशक को सौंप दी थी।उसके बाद से ही मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। बरहाल पांच महीने बाद अब ये सवाल उठने लगा है कि क्या जांच रिपोर्ट सही थी, क्या सही से जांच हुई थी।

बताते चलें कि यह पहला मौका नहीं है जब लंगड़ा कर चलते हुए बाघ का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया हो। पीलीभीत टाइगर रिजर्व के तमाम वीडियो दिसंबर से लगातार सामने आ रहे हैं,लेकिन पूरे मामले में विभागीय लापरवाही देखी गई है।हाल ही में पीलीभीत टाइगर रिजर्व में सफारी के दौरान किसी पर्यटक ने इस बाघ का वीडियो अपने कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।इस वीडियो को वन्यजीव प्रेमी व उत्तराखंड स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड के पूर्व सदस्य कोशलेंद्र सिंह ने भी शेयर किया है।कौशलेंद्र का कहना है कि बाघ को इस परिस्थिति में देख मन काफी दुखी है।पूरे मामले में वन मंत्री समेत तमाम जिम्मेदार अधिकारियों को गंभीरता दिखानी चाहिए।

लंगड़ा कर चल रहे बाघ पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ पत्रकार धनंजय सिंह ने बताया कि पिछले वीडियो और हाल में सामने आए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि इस बाघ के स्वास्थ्य में कमी आई है।ऐसे हालात में इस बाघ पर तीन तरह का खतरा मंडरा रहा है।पहला तो शिकार नहीं कर पाने से इसकी भूख से जान जा सकती है।दूसरा बाघ,तेंदुए जैसे अन्य हिंसक वन्यजीवों से आपसी संघर्ष की संभावना बढ़ जाती है।तीसरा बाघ के आदमखोर बनने की संभावना बढ़ जाती है।जिम्मेदारों को जल्द उचित कदम उठाना चाहिए।

मामले पर जानकारी देते हुए पीलीभीत टाइगर रिज़र्व के उप निदेशक मनीष सिंह ने बताया कि पूरी परिस्थिति को गंभीरता से लेते हुए उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। उच्चाधिकारियों से निर्देश मिलते ही आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

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