ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी
लखनऊ।राजधानी लखनऊ के बक्सी का तालाब में चंद्रिका देवी मंदिर में दुकानदारों पर लगाम नहीं लग पा रही है।शनिवार दोपहर चंद्रिका देवी मंदिर परिसर में प्रसाद दुकानदार मलिहाबाद एसडीएम अंकित कुमार से दुकान से प्रसाद न लेने पर मारपीट पर आमादा हो गया।उसके साथियों ने धमकी देना भी शुरू कर दिया था।पुलिस ने उसको और और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि मुख्य आरोपी विश्वजीत सिंह उर्फ राजनाथ कठवारा का रहने वाला है।उसके साथी रूपेश यादव और बीकामऊ कला निवासी दुर्गेश मिश्रा हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मलिहाबाद एसडीएम अंकित कुमार शनिवार दोपहर 1 बजे अपनी सरकारी गाड़ी से चंद्रिका देवी मंदिर दर्शन करने पहुंचे थे।चालक ने गाड़ी मंदिर परिसर में दुकानदार विश्वजीत की दुकान के सामने खड़ी कर दी। इस पर विश्वजीत चालक पर दुकान से प्रसाद खरीदने का दबाव बनाने लगा।प्रसाद न खरीदने पर ने दुकान के सामने से कार हटाने की बात कही।विवाद बढ़ता देख एसडीएम कार से उतरे और विश्वजीत को समझाने लगे,लेकिन विश्वजीत एसडीएम से अभद्रता करने लगा।इस दौरान विश्वजीत के साथी रूपेश और दुर्गेश भी वहां आ गए।तीनों एसडीएम से मारपीट पर आमादा हो गए।एसडीएम ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। कुछ देर में कठवारा चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे।चौकी इंचार्ज ने विश्वजीत और उसके दोनों साथियों को बीकेटी थाने ले गए। इंस्पेक्टर संजय कुमार सिंह के मुताबिक तीनों आरोपियों पर शांति भंग में कार्रवाई की गई है।
एसडीएम अंकित कुमार ने बताया कि परिचय देने पर भी अभद्रता कर रहे थे।समझाने पर भी वह मान नहीं रहे थे। हिंसक हो गए थे।इसलिए बीकेटी पुलिस को घटना की जानकारी दी गई थी।
बता दें कि चंद्रिका देवी में श्रद्धालुओं से अभद्रता का ये पहला मामला नहीं है,इसके पहले भी श्रध्दालुओं से अभद्रता चुकी है।
26 अप्रैल की शाम बाराबंकी के रहने वाले अंकुर और सीमा मंदिर जा रहे थे।मंदिर के पहले पार्किंग पर खड़े युवक ने उनकी गाड़ी पर बैरियर गिरा दिया था।घटना में अंकुर और सीमा चोटिल हो गए थे।इस मामले में पुलिस ने रतन कुमार को गिरफ्तार किया था। 7 अप्रैल को लखनऊ के त्रिवेणीनगर शिवलोक कॉलोनी के पीयूष शर्मा परिवार के साथ मंदिर पहुंचे थे। तब दुकानदारों ने प्रसाद खरीदने को लेकर हुए विवाद में पीयूष और उनके परिवार से मारपीट की थी।मारपीट का वीडियो भी वायरल हुआ था।पुलिस ने चार को गिरफ्तार किया था।