नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली एक बार फिर खतरनाक प्रदूषण की गिरफ्त में है।लोगों को सांस लेने तकलीफ हो रही है।वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार शनिवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी में एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। दिल्ली का एवरेज एक्यूआई शनिवार सुबह 8 बजे 355 आंका गया। वहीं दोपहर 3 बजे तक दिल्ली के बवाना में एक्यूआई सबसे खराब 410 पर था।आईटीओ में 373, मुंडका में 375, वज़ीरपुर में 381 और पुषा रोड पर 359 तक पहुंच गया है।ये बहुत ख़तरनाक है।
आईएमडी ने दी चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 6 से 7 दिनों तक उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के मैदानी इलाकों में रात का तापमान सामान्य से 2 से 5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे रह सकता है।ठंडी और धीमी हवा के कारण प्रदूषक तत्व जमीन के पास फंस जाएंगे, जिससे दिल्ली-एनसीआर एक तरह से पॉल्यूशन ट्रैप में बदल जाएगा।
जानें किन वाहनों पर लगा बैन
राजधानी दिल्ली में लगातार खराब वायु गुणवत्ता के कारण रेखा गुप्ता सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए कुछ उपाय किए हैं। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के आदेशानुसार 1 नवंबर से दिल्ली में सभी गैर-दिल्ली पंजीकृत बीएस-III और निम्न मानक वाले कमर्सियल माल वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
दिल्ली में प्रवेश की नहीं दी जाएगी अनुमति
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने एक बयान में कहा कि इस कदम का उद्देश्य वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को कम करना तथा राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता में सुधार लाना है।आदेश के अनुसार बीएस-IV मानकों को पूरा न करने वाले गैर-दिल्ली-पंजीकृत हल्के माल वाहन (LGV), मध्यम माल वाहन (MHV) और भारी माल वाहन (HGV) को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सड़कों पर न बढ़े वाहनों का दबाव
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि एहतियात के तौर पर दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम के ऑफिस के काम के घंटे बदले जा रहे हैं। ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि राजधानी की सड़कों पर वाहनों का दबाव एकदम से न बढ़े और समान रूप से यातायात चलता रहे।
जानिए अब क्या है नया ऑफिस टाइमिंग
वर्तमान में दिल्ली सरकार के कार्यालयों का समय सुबह 9:30 बजे से शाम 6 बजे तक है,जबकि दिल्ली नगर निगम सुबह 9 बजे से शाम 5:30 बजे तक काम करता है। केवल आधे घंटे के अंतराल के कारण सुबह और शाम दोनों समय भारी यातायात और भीड़भाड़ रहती है। दिल्ली सरकार के ऑफिस सुबह 10 बजे से शाम 6:30 बजे तक खुलेंगे। वहीं MCD ऑफिसों का समय 8:30 बजे से शाम 5 बजे तक तय किया गया है। यह बदलाव 15 नवंबर से लेकर 15 फरवरी 2026 तक यानी सर्दियों के पूरे सीजन के लिए लागू रहेगा।
सीएम ने लोगों से लिफ्ट लेने की अपील की
इस बीच मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी लोगों से लिफ्ट लेने का विकल्प चुनने और दूसरों के साथ यात्रा करने का आग्रह किया है ताकि उनके वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को कम किया जा सके। सीएम रेखा ने मेट्रो जैसे सार्वजनिक परिवहन का अधिक बार उपयोग करने की भी सिफारिश की है। इसके साथ ही सीएम रेखा ने प्राइवेट कंपनियों से अपील की है कि वे राजधानी में खराब वायु गुणवत्ता को देखते हुए घर से काम करने की व्यवस्था को अधिक प्राथमिकता दें।
दिल्ली में सरकारी पार्किंग दर भी बढ़ाई गई
इस बीच नई दिल्ली नगर निगम ने नई दिल्ली क्षेत्र में नगर निकाय द्वारा प्रबंधित स्थलों पर पार्किंग शुल्क दोगुना करने का भी आदेश दिया है। आदेश में कहा गया है कि पार्किंग शुल्क ग्रैप के दूसरे चरण के निरस्त होने तक मौजूदा शुल्क से दोगुना कर दिया गया है। हालांकि, आदेश में स्पष्ट किया गया है कि यह बढ़ोतरी सड़क पर पार्किंग या मासिक पास धारकों पर लागू नहीं होगी।
कैसे काम करता है एटीसी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि लोग सुबह और देर शाम बाहर निकलने से बचें, N-95 या N-99 मास्क पहनें, घरों में एयर प्यूरीफायर या पौधों जैसे नेचुरल फिल्टर लगाएं और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि शरीर से विषैली गैसें बाहर निकल सकें। बता दें कि दिल्ली की जहरीली हवा अब केवल मौसमी समस्या नहीं, बल्कि स्थायी संकट बन चुकी है।जब तक सरकारें वैज्ञानिक नीति, क्षेत्रीय सहयोग और सख्त अमल नहीं अपनाएंगी, तब तक हर सर्दी में यह जहरीला धुआं राजधानी की सांसें घोंटता रहेगा।