कुश्ती जैसे परंपरागत खेलों को जीवंत रखना आवश्यक:सत्येंद्र सिंह
कुश्ती जैसे परंपरागत खेलों को जीवंत रखना आवश्यक:सत्येंद्र सिंह

19 Aug 2023 |  160



ब्यूरो देवी शरण मिश्रा



कुंडा,प्रतापगढ़।कुश्ती हमारी बहुत ही पुरानी परंपरा है।कुश्ती से हमारा तन और मन दोनों स्वस्थ होता है तथा सामाजिक चेतना भी बढ़ती है।इसलिए इस तरह के आयोजन जरूर होने चाहिए,जिससे हम अपनी परंपरा का अगली पीढ़ी को हस्तांतरण कर सकें।उक्त बातें बाबा विशाल सिंह स्मारक दंगल प्रतियोगिता के समापन अवसर पर मीडिया प्रभारी सत्येंद्र सिंह ने कहीं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चौकी इंचार्ज मनगढ़ रवि शंकर तिवारी ने पहलवानों का हाथ मिलवा करके कुश्ती प्रतियोगिता कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

बाबा रिसाल सिंह स्मारक दंगल प्रतियोगिता मनगढ़ में संपन्न प्रतिवर्ष मघा नक्षत्र के शुरुआत के दिन होता है।आयोजन में जिले के ही नहीं कौशांबी,
फतेहपुर,प्रयागराज,भदोही वाराणसी समेत गोरखपुर के बुलडोजर पहलवान भी भाग लेने पहुंचे।फाइनल मुकाबला प्रयागराज के केसरी मुकेश पहलवान और बनारस केसरी अनुज पहलवान के बीच हुआ,जिसमें मुकेश पहलवान विजायी हुए।

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