नई दिल्ली।इस लोकसभा चुनाव में यूपी में सबसे ज्यादा चर्चा बार-बार सपा की बदलती लिस्ट और उम्मीदवारों के नाम की है।सपा में बार-बार टिकट बदलने पर राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी ने तंज कसा है।पूर्व मुख्यमंत्री सपा मुखिया अखिलेश यादव की कन्नौज से उम्मीदवारी पर जयंत चौधरी ने कहा कि देखिए,इंतजार कीजिए,हो सकता है कि अगले दिन कोई और उम्मीदवार बन जाए।
जयंत चौधरी ने कहा कि सच तो ये है कि मैं उत्तर प्रदेश में विपक्ष को जीतते नहीं देख रहा हूं।ये वाकई फ्लॉप हो रहा है। इनमें अंदरूनी कलह बहुत है, राज्यों में ये आपस में ही लड़ रहे हैं। इसलिए जब ये चुनाव से पहले लड़ रहे हैं तो चुनाव के बाद इनका अस्तित्व क्या होगा।
बसपा मुखिया मायावती के अलग पश्चिमी उत्तर प्रदेश राज्य के लिए काम करेंगे वाले बयान पर जयंत चौधरी ने कहा कि यह लंबे समय से चली आ रही मांग है। समय-समय पर यह मांग होती रही है कि उत्तर प्रदेश का पुनर्गठन किया जाए। उसी संदर्भ में उन्होंने बात रखी है, लेकिन अभी किसी भी सीट पर बसपा लड़ाई में दिख नहीं रही।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा की टिप्पणी पर जयंत चौधरी ने कहा कि यह एक अकुशल कर है। अगर हम उन्हें लक्षित करने के लिए इस तरह के कर के बारे में सोच रहे हैं, तो सबसे अमीर वर्ग प्रभावित नहीं होगा क्योंकि वे इस तरह की संरचना बनाते हैं कि सरकार को फिर भी कोई कर नहीं मिलेगा।
जयंत चौधरी ने कहा कि देश को इससे कोई फायदा नहीं होगा। इसलिए यह बहुत अच्छा, कुशल कर नहीं है। इसे हमारे देश में लागू नहीं किया जाना चाहिए।भाजपा ने इस पर हमला किया है। कांग्रेस की सोच स्पष्ट नहीं है। वे एक दिन कुछ कहते हैं और दूसरे दिन कुछ और। वे वोट पाने के लिए बेताब हैं।
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