भाजपा प्रत्याशी नितिन बने यूपी विधानसभा के डिप्टी स्पीकर,सपा के नरेंद्र सिंह वर्मा को हराया
भाजपा प्रत्याशी नितिन बने यूपी विधानसभा के डिप्टी स्पीकर,सपा के नरेंद्र सिंह वर्मा को हराया


18 Oct 2021 |  133



 ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी 



लखनऊ।भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नितिन अग्रवाल यूपी विधानसभा सभा के उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं।नितिन को 304 वोट मिले और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी नरेंद्र सिंह वर्मा को सिर्फ 60 वोट मिले।नितिन को जीत के बाद डिप्टी स्पीकर की कुर्सी पर बैठाया गया।यूपी में डिप्टी स्पीकर का चुनाव 14 सालों बाद हुआ है।भाजपा के राजेश अग्रवाल को इस पद के लिए जुलाई 2004 में निर्विरोध चुना गया था। उनका कार्यकाल मई 2007 तक था।उसके बाद डिप्टी स्पीकर का चुनाव नही हुआ और तब से ये कुर्सी खाली थी।



नितिन सपा के बागी विधायक हैं।वो कई मौके पर सपा को घेरते हुए भी दिखायी दिए।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सपा के टिकट पर जीते नितिन को डिप्टी स्पीकर बनवाना चाहते थे।यूपी विधानसभा के डिप्टी स्पीकर के चुनाव को लेकर योगी सरकार ने विधानसभा का छह घंटे का विशेष सत्र बुलाया है



भाजपा ने नितिन को डिप्टी स्पीकर के लिए चुना है,कहीं न कही भाजपा डिप्टी स्पीकर के चुनाव को समाजवादी पार्टी वर्सेज समाजवादी पार्टी बनाकर सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की टेंशन को बढ़ाने का भी काम किया है।



सीएम योगी नितिन के नामांकन में भी पहुंचे थे और कहा था कि भाजपा संसदीय परंपराओं का पालन कर रही है। विधानसभा के डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष के लिए है।इसी कारण भाजपा ने उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े विपक्षी दल के विधायक को कैंडिडेट बनाया है।



नितिन अग्रवाल की बात करें तो वो सात बार विधायक रहे और नरेश अग्रवाल के बेटे हैं। 2017 में नितिन ने सपा से चुनाव लड़ा और जीत का परचम लहराया।समय बीता तो निथिन का सपा से लगाव खत्म हो गया,नितिन अब भाजपा खेमे में माने जाते हैं। नितिन ने इसके पहले 2008 में उपचुनाव में बसपा से जीत हासिल की और इसके बाद साइकिल पर सवार हो गये।दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने वाले नितिन ने पुणे से एमबीए की डिग्री ली है।



सपा मुखिया अखिलेश यादव ने 2017 में नितिन पर भरोसा कर मैदान में उतारा और जीत भी हासिल की।सपा सरकार में नितिन स्वास्थ्य राज्यमंत्री बने और साद में लघु विकास विभाग के राज्यमंत्री का कामकाज भी संभाला है।प्रदेश में योगी की सरकार बनने के बाद नितिन के पिता नरेश अग्रवाल ने भाजपा का दामन थाम लिया था।सपा ने नरेश को राज्यसभा का टिकट नहीं दिया था और यही नरेश की सपा से नाराजगी का बड़ा कारण बनी।


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