श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति यज्ञ में भाले सुल्तान क्षत्रियों के आत्माहुति में बाबा हिन्दु सिंह के बलिदान का इतिहास इतिहासकारों द्वारा नहीं लिखा गया
श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति यज्ञ में भाले सुल्तान क्षत्रियों के आत्माहुति में बाबा हिन्दु सिंह के बलिदान का इतिहास इतिहासकारों द्वारा नहीं लिखा गया

14 Jan 2024 |  223



रिपोर्ट-युध्दिष्ठिर सिंह



बल्दीराय सुलतानपुर।सत्रहवीं शताब्दी में चिमटा धारी साधु बाबा वैष्णव दास जी ने लगभग 1008चिमटा धारी सन्तों की एक शक्तिशाली पूर्ण प्रशिक्षित सेना खड़ी किया और उसमें वीर शक्तिशाली क्षत्रिय शिष्यों को आमंत्रित कर उसमें सम्मिलित कर एक अति शक्तिशाली सेना का गठन किया। जिसमें परम वीर बाबा श्री हिन्दू सिंह भाले सुल्तान भी थे जिनके वंशज हलियापुर जरई कला आदि गांवों में आज भी मौजूद है। गुरु देव वैष्णव दास जी महाराज ने बाबा श्री हिन्दू सिंह जी को क्षत्रिय शिष्यों का नेतृत्व करने को कहा। जिसे बाबा हिन्दू सिंह जी ने सहर्ष स्वीकार किया और बाबा वैष्णव दास जी से आशीर्वाद लिया। सिक्खों के दसवें गुरु "गुरू गोविंद सिंह जी महाराज को राम जन्मभूमि मुक्ति हेतु सन 1680 में गुरु देव श्री वैष्णव दास जी महाराज ने आमंत्रित किया था। जिसे स्वीकार कर गुरु गोविंद सिंह जीमहाराज ने निहंगो की एक शक्तिशाली सेना भेजी । इस प्रकार संयुक्त शक्तिशाली सेना ने रणनीति बनाकर मुगलों की सेना पर आक्रमण कर दिया।भीषण युद्ध हुआ। मुगलोंके सैनिक काफी संख्या में हताहत हुए। समर भूमि छोड़ कर भाग गए। पहले दिन का युद्ध हिन्दू सेना के नाम रहा।
दूसरे दिन औरंगजेब ने बड़ी सेना भेजी। इधर संयुक्त सेना ने आक्रमण कर दिया। यह नीति सफल रही। मुगलों का सेना पति मारा गया। नेतृत्व विहीन मुगल सेना भागी, जिसे संयुक्त सेना ने घेर कर समाप्त कर दिया गया।जो मुग़ल सैनिक बच गये उन्होंने जा कर औरंगजेब को सूचना दी।

इस भीषण रक्तपात के बाद औरंगजेब जब तक जीवित रहा दुबारा श्री राम जन्मभूमि की तरफ आने का साहस नहीं कर सका। यद्यपि संयुक्त सेना के आधे सैनिक वलिदान हो गये शेष घायल हो गए। घायलावस्था में भी शत्रुओं की सेना की प्रतीक्षा कर रहे थे। यह अदम्य साहस वन्दनीय है जो प्रभु श्री राम की कृपा का प्रत्यक्ष प्रमाण है। बाबा श्री वैष्णव दास जी महाराज ने बलिदानियों और घायलों के परिजनों को बुला कर, सरयू मैया के तट पर बलिदानियों का अन्तिम संस्कार किया तथा घायलों के उपचार की व्यवस्था किया।
बाबा श्री हिन्दू सिंह भाले सुल्तान जी को उनके निवास(हिन्दू सिंह का पुरवा ) वर्तमान भालियन पुरवा तहसील कर्नलगंज जनपद गोंडा अवधक्षेत्र लाया गया। उपचार होता रहा, परन्तु अत्यधिक रक्तस्राव के कारण ११दिनोंपरान्त बाबा श्री हिन्दू सिंह जी भाले सुल्तान की पुण्यात्मा प्रभु श्री राम जी में समाहित हो गई।श्री राम जन्मभूमि यज्ञ में आत्माहुति देने वाले सभी बलिदानियों के चरणों शत शत नमन एवं श्रद्धांजलि।।श्री राम जन्मभूमि मंदिर प़ाण प्रतिष्ठा महोत्सव अयोध्या 22 जनवरी 2024 के शुभ अवसर पर सम्पूर्ण भालेसुलतानी क्षेत्र में हषोल्लास के साथ अपने पूर्वज वीर बलिदानी हिन्दू सिंह के नाम पर विविध आयोजन होल्डिंग यज्ञ सभा दीपदान आदि करके नमन किया जायेगा। जय श्री राम जय श्री कृष्ण।।

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