बुद्धि और ज्ञान का हरण कर लेता है अहंकार:कथा व्यास संपूर्णा नन्द
बुद्धि और ज्ञान का हरण कर लेता है अहंकार:कथा व्यास संपूर्णा नन्द

12 Feb 2024 |  77





बल्दीराय,सुलतानपुर।व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिए। अहंकार बुद्धि और ज्ञान का हरण कर लेता है। यह मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है।उक्त उदगार रविवार को तहसील क्षेत्र के पीपर गांव में मजगीरबाबा धाम पर चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन श्रोताओं को कथा रसपान कराते हुए कथा व्यास संपूर्णा नन्द जी ने व्यक्त किया।

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुनाते हुए उन्होंने कहा कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था।भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए।

कथा व्यास ने कहा कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। जैसे ही कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ पूरा पंडाल जयकारों से गूंजने लगा। श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। नृत्य , संगीत,गीत में डूबे श्रद्धालुओं में पुष्प वर्षा, मिष्ठान,सोठौंरा और फल आदि वितरित कर श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया।

कथा व्यास सम्पूर्णानंद ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा भक्ति,ज्ञान ,वैराग्य और त्याग का संदेश देने वाली है। इसके श्रवण मात्र से अनेक बंधन टूट जाते हैं।

कथा के दौरान अशोक दूबे , परमानंद सिंह व आशुतोष की टीम ने संगीतमय भजन प्रस्तुत कर लोगों को भावविभोर कर दिया।मुख्य यजमान वरिष्ठ साहित्यकार मथुरा प्रसाद सिंह जटायु व सुषमा रानी सिंह ने श्री मद्भागवत व श्री कृष्ण के बाल स्वरुप का पूजन किया।

इस अवसर पर रवीन्द्र कुमार सिंह,शैलेन्द्र प्रताप सिंह ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि, गौरव विक्रम सिंह दीपक , राम कुबेर सिंह,राम शंकर सिंह,अंगद कुमार सिंह, आदित्य कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।

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