रामनगरी की तर्ज पर होगा धर्म नगरी वृंदावन का विकास,राम की पैड़ी की तरह बनेगी श्री कृष्ण की पैड़ी
रामनगरी की तर्ज पर होगा धर्म नगरी वृंदावन का विकास,राम की पैड़ी की तरह बनेगी श्री कृष्ण की पैड़ी

15 Jun 2025 |   36



 

मथुरा।रामनगरी अयोध्या की राम की पैड़ी की तर्ज पर अब धर्म नगरी वृन्दावन में श्री कृष्ण की पैड़ी का निर्माण किया जाएगा।श्री कृष्ण की पैड़ी का निर्माण वृन्दावन में प्रस्तावित बांके बिहारी कॉरिडोर के सामने किया जाएगा,इसकी लागत 100 करोड़ रुपये होगी।बता दें कि रामनगरी में सरयू नदी के किनारे स्थित घाटों की श्रृंखला को राम की पैड़ी कहा जाता है,जो धार्मिक महत्व के लिए जानी जाती है।

उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह ने शनिवार को इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग को इसके लिए धनराशि तय कर उसी के अनुसार प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये गये हैं। 

श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि परिक्रमा क्षेत्र में डेढ़ किलोमीटर लंबे यमुना घाटों का पुनरुद्धार किया जाएगा, जिससे वृन्दावन में यमुना के घाटों का परिदृश्य पूरी तरह बदल जाएगा। उन्होंने बताया कि श्री कृष्ण की पैड़ी से ही श्रद्धालुओं को सप्त देवालय सर्किट के दर्शन के साथ बांके बिहारी के भव्य दर्शन हो सकेंगे। इसका निर्माण कालीदह से केसी घाट तक डेढ़ किलोमीटर में यमुना के घाटों पर किया जाना है। इसके लिए रेत में दबे घाटों को बाहर निकला जाएगा। प्रथम चरण में 713 मीटर निर्माण कार्य जुगल किशोर घाट से केसी घाट तक किया जाएगा। 

श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि परिक्रमा मार्ग पर पड़ने वाले चीर घाट तथा अन्य घाटों को पुनरुद्धार किया जाएगा। इस योजना में इन सभी घाटों की सीढ़ियां और आसपास बनी पुरातन छतरियों की मरम्मत कर इनको भव्य स्वरूप प्रदान किया जाएगा।प्रस्तावित श्री कृष्ण की पैड़ी को फसाड लाइटिंग एवं फुट लाइटिंग से सुंदर तरीके से जगमगा दिया जाएगा। 

श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि घाटों पर चैनल के माध्यम से यमुना का जल पहले रैनी वेल में लिया जाएगा,फिर पैड़ी जलाशय को भरा जाएगा,उसके उपरांत यमुना जल को घाट की सीढ़ियों तक लाया जाएगा ताकि श्रद्धालु सुविधापूर्वक स्नान एवं आचमन इत्यादि धर्म-कर्म स्वेच्छानुसार कर सकें। श्री कृष्ण की इस पैड़ी से ही अगली योजना में सिग्नेचर ब्रिज को जोड़ दिया जाएगा, जिससे श्रद्धालु पुल के माध्यम से पैड़ी से होते हुए बांके बिहारी कॉरिडोर परिसर में प्रवेश कर सकेंगे।

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