पाक पीएम ने रेप के लिए अब मोबाइल को बताया जिम्मेदार,पहले कहा था-मर्दो को उकसाते हैं महिलाओं के छोटे कपड़े
पाक पीएम ने रेप लिए अब मोबाइल को बताया जिम्मेदार,पहले कहा था- मर्दो को उकसाते हैं महिलाओं के छोटे कपड़े


26 Aug 2021 |  527



 



पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर बेतुका बयान दिया है। बुधवार को पाक पीएम ने दावा किया कि मोबाइल फोन के दुरुपयोग से देश में यौन अपराध बढ़ रहे हैं।पाक पीएम की ये टिप्पणी लाहौर में ग्रेटर इकबाल पार्क में एक महिला टिकटॉकर और उसके साथियों को भीड़ द्वारा परेशान और हमला करने के कुछ दिनों बाद आई है।



पाक पीएम बुधवार को लाहौर में पंजाब शिक्षा सम्मेलन को संबोधित कर थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा आधुनिक तकनीक के उपयोग के साथ-साथ युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के अलावा, उनके चरित्र निर्माण के लिए उन्हें सीरत-ए-नबी के सर्वोच्च गुणों के बारे में मार्गदर्शन और शिक्षित करना जरूरी है।इससे पहले पाक पीएम अपने एक बयान में बोले थे कि महिलाओं के छोटे कपड़े मर्दों को उसकाते हैं और इस बयान को लेकर बहुत विवाद हुआ था।



दि एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक पीड़िता टिकटॉकर ने लारी अड्डा थाने में दर्ज कराई गई अपनी शिकायत में कहा है कि वह अपने दोस्तों के साथ मीनार-ए-पाकिस्तान के पास एक वीडियो बना रही थी, तभी लगभग 400 लोगों की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया।पीड़िता ने आरोप लगाया कि भीड़ ने उसे उठा लिया और हवा में उछालना शुरू कर दिया और मेरे कपड़े उतार दिए गए और कपड़े फाड़ दिए गए।



पाक पीएम ने मीनार-ए-पाकिस्तान त्रासदी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ये घटना परेशान करने वाली थी और इस तरह की घटनाएं हमारी संस्कृति और धर्म का हिस्सा नहीं हैं।पाक पीएम ने कहा कि अतीत में हमारे देश में महिलाओं को जो सम्मान मिल रहा था वह दुनिया में कहीं देखने को नहीं मिला। पश्चिम में महिलाओं को वह सम्मान नहीं मिला जो उन्हें यहां मिलता था।पाक पीएम ने कहा कि इस तरह की घटनाएं इसलिए हो रहीं हैं क्योंकि हमारे बच्चों को सही तरीके से गाइड नहीं किया जा रहा है। 



पाक पीएम ने आगे कहा कि मोबाइल फोन का दुरुपयोग यौन अपराध को बढ़ा रहा हैं। हमे अपने बच्चों को सीरत-ए-नबी के सर्वोच्च गुणों के बारे में बताये जाने की जरूरत है।पाक पीएम ने खेद व्यक्त करते हुए कि पिछले शासकों ने शिक्षा के क्षेत्र पर कभी ध्यान नहीं दिया क्योंकि ये उनकी प्राथमिकता नहीं थी। देश में कभी किसी ने एक पाठ्यक्रम के बारे में नहीं सोचा।पाक पीएम ने पिछली सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि सरकारों ने हमेशा चुनाव अभियान के प्रचार के लिए मेट्रो जैसी अल्पकालिक परियोजनाओं को प्राथमिकता दी। 



पाक पीएम ने कहा कि देश में शुरू की गई अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा प्रणाली ने छात्रों को उनकी मूल संस्कृति से अलग कर दिया है।आजादी के बाद शासकों को एक पाठ्यक्रम के साथ शिक्षा प्रणाली पर काम करना चाहिए था,लेकिन हमारे देश में तीन शिक्षा प्रणालियां हुईं धार्मिक मदरसे, अंग्रेजी माध्यम के स्कूल और सरकारी स्वामित्व वाले स्कूल।पाक पीएम ने कहा कि अतीत में, सरकारी स्वामित्व वाले स्कूलों से सर्वश्रेष्ठ बुद्धिजीवियों को तैयार किया जाता था, लेकिन बाद में व्यवस्था बदल गई और निजी क्षेत्र ने हमें एक विदेशी संस्कृति का दास बना दिया।


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