अयोध्या।रामनगरी अयोध्या में भव्य दीपोत्सव मनाए जाने की तैयारी जोर शोर चल रही है।इस बार दीपोत्सव में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की झलक भी दिखाई देगी।प्राण प्रतिष्ठा और दीपोत्सव के ठीक पहले पूरे देश के मठ मंदिरों में रामलला के सामने पूजित अक्षत भेजा जाएगा।इसके लिए राम मंदिर ट्रस्ट विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं की मदद लेगा।विश्व हिंदू परिषद देश के 50 केंद्रों से दो-दो और चार-चार संख्या की संख्या में कार्यकर्ता अयोध्या आएंगे।इनको रामलला के मंदिर में पूजित अक्षत दिया जाएगा। 1 जनवरी से 15 जनवरी तक देश के 5 लाख गांव में यह पूजित अक्षत देकर रामलला के प्राण प्रतिष्ठ महोत्सव को अपने आसपास के मठ मंदिरों में भव्यता से मनाने का निवेदन करेंगे।
22 जनवरी 2024 को एक तरफ जहां भव्य राम मंदिर में रामलला प्रतिष्ठित हो रहे होंगे तो वहीं दूसरी तरफ रामलला के भव्य राम मंदिर के प्रतिष्ठा देश के 5 लाख से अधिक मठ मंदिरों में उत्साह के तौर पर देखी जाएगी।जहां पर रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के समय मठ मंदिरों में आरती,पूजा,धार्मिक अनुष्ठान और प्रसाद वितरण प्रमुख रूप से किया जाएगा। यह सब राम मंदिर ट्रस्ट के आवाहन पर पूरे देश में होगा।यानी कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के पहले पूरा देश राममय रहे। इसके अलावा पूरे देश में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के महोत्सव को मनाने के लिए रामलला के सामने अक्षत पूजा किया जाएगा।
पूजित अक्षत का वितरण का काम विश्व हिंदू परिषद के दो-दो चार-चार कार्यकर्ता क्रमबद्ध तरीके से पूरे देश के लोगों तक पहुंचाएंगे।इसमें प्रमुख रूप से 1 जनवरी से 15 जनवरी तक देश के पांच लाख गांव में पूजित अक्षत पहुंचा कर यह संदेश दिया जाएगा।अपने आसपास के मठ मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी करें भव्य धार्मिक अनुष्ठान आयोजन करें।इसके साथ ही रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन सूर्यास्त के बाद पूरे देश में अपने-अपने घरों के सामने पांच दीपक जलाएं।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि रामलला की प्रतिष्ठा के पश्चात रामलला की फोटो लेकर अयोध्या आने वाले प्रत्येक दर्शनार्थी को प्रसाद के तौर पर वितरित किया जाएगा और रामलला की फोटो आगामी 2 वर्षों में 10 करोड़ घरों तक पहुंचे इसका लक्ष्य रखा गया है। 5 नवंबर को भगवान रामलला के सम्मुख पूजित अक्षत को पूरे देश में भेजा जाएगा।इसको लेकर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता को राज्यों के हिसाब से अयोध्या बुलाया जाएगा। उनको पूजित अक्षत दिया जाएगा और वह पूजित अच्छा पूरे देश के हर एक घर में जाएगा।
चंपत राय ने बताया कि देश की 45 इकाइयां पूरे देश में रामलला के सामने पूजित अक्षत को बांटने का कार्य करेंगे। सभी प्रति के दो दो कार्यकर्ता 5 नवंबर को अयोध्या आएंगे। हमारा उद्देश्य है की प्राण प्रतिष्ठा के पहले कोई भी घर अछूता न रहे,जहां रामलला का पूजित अक्षत ना पहुंचे।यानी कि पूरे देश में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के पहले राममय का वातावरण तैयार किया जाएगा।
बता दें कि लगभग 100 कुंतल चावल पीले कलर में रंगा जाएगा।इस चावल को पीतल के कलश में रखा जाएगा और 5 नवंबर को पूजा के दौरान भगवान राम के दरबार के सामने रखा जाएगा।इसके बाद यह चावल विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के माध्यम से पूरे देश में बांटा जाएगा।खास बात यह है कि विभिन्न राज्यों में जो चावल भेजे जाएंगे उसमें क्षेत्रीय भाषाओं में दो करोड़ से अधिक परचे भी छपवाए जाएंगे।इन्हें चावल के साथ देश के हर एक घर में भेजा जाएगा।
|