पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने सदन में पूछा सवाल,क्या लॉरेंस बिश्नोई को भाजपा ने खुलेआम संरक्षण दे रखा है
पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने सदन में पूछा सवाल,क्या लॉरेंस बिश्नोई को भाजपा ने खुलेआम संरक्षण दे रखा है

29 Nov 2024 |  30





नई दिल्ली।दिल्ली विधानसभा के पांच साल के कार्यकाल का अंतिम सत्र शुक्रवार से शुरू हो गया है।दिल्ली में कथित तौर पर बढ़ते अपराध को लेकर विधानसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर पूर्व मुख्यमंत्री आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जमकर निशाना साधा।केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बदहाल होती कानून-व्यवस्था पर अमित शाह चुप क्यों हैं।केजरीवाल ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई कौन है, इसका जवाब भाजपा को देना होगा,क्या लॉरेंस बिश्नोई को भाजपा की तरफ से संरक्षण प्राप्त है,उसे जेल में कौन-कौन सी सुविधाएं मिल रही हैं,वह गुजरात की जेल में रहते हुए भी देश विदेश में गैंग कैसे चला रहा है।

पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह को यह बताना पड़ेगा कि क्या लाॅरेंस बिश्नोई को भाजपा ने खुलेआम संरक्षण दे रखा है।साबरमती जेल में रहकर वह कैसे गैंग को चला रहा है।वह दिल्ली,कनाडा और अमेरिका समेत पूरी दुनिया में अपना सारा काम चला रहा है।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की आधी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है,जबकि आधी दिल्ली सरकार की है।दिल्ली के लोगों ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को उन्हें सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी दी है। केजरीवाल ने कहा कि यह केंद्रीय गृह मंत्री अमित की जिम्मेदारी है,लेकिन दिल्ली में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से खराब हो गई है। खासकर 2019 में अमित शाह के केंद्रीय गृह मंत्री बनने के बाद से दिल्ली की कानून-व्यवस्था बदहाल हो गई है।

अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने दिल्ली को गैंगस्टर कैपिटल बनाकर रखा है,ऐसे तो यहां पर कौन आएगा।केजरीवाल ने दिल्ली में पिछले कुछ महीने से हुई घटनाओं को जिक्र किया। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते अपराध की वजह से लोग सुरक्षित नहीं है,केंद्र सरकार से दिल्ली संभल नहीं रही है,दिल्ली में फिरौती मांगी जा रही है, जो नहीं देता है उसकी दुकान या उस पर फायरिंग हो रही है।

दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने दिल्ली को शूट आउट की राजधानी बना दिया है।केंद्र सरकार की एजेंसी NCRB के आंकड़े ही दिल्ली में बदहाल हो चुकी क़ानून व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं। दिल्ली में हर तरफ अपराध बढ़ता जा रहा है। प्रशांत विहार में 40 दिन के अंदर दोबारा बम ब्लास्ट होना एक गंभीर लापरवाही का परिणाम है।

More news