कानपुर।उत्तर प्रदेश के कानपुर में जू से चिंताजनक खबर है। जू में शुक्रवार शाम को नीलगाय के एक बच्चे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।नीलगाय के बच्चे की ऐसे समय पर मौत हुई है,जब पहले से ही जू में कई जानवरों और पक्षियों की मौत हो चुकी है।इससे पहले बब्बर शेर पटौदी,मोर और सुर्खाब की भी मौत हो चुकी है।अब नीलगाय के बच्चे की मौत से जू प्रशासन की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
जू के अधिकारियों का कहना है कि नीलगाय के बच्चे की मौत आपसी लड़ाई में हुई है।अधिकारियों का दावा है कि जू में वन्यजीवों के बीच झगड़े की वजह से यह हादसा हुआ। हालांकि इस दावे के बावजूद अधिकरियों ने नीलगाय के मृत बच्चे का सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजा है।इससे साफ है कि जू के अधिकारी भी पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हैं और किसी बड़े खतरे से बचने के लिए सावधानी बरत रहे हैं।
जू की निदेशक श्रद्धा यादव ने नीलगाय के बच्चे की मौत की पुष्टि की है।श्रध्दा ने बताया कि जू के कई वन्यजीवों के सैंपल भारतीय पशु रोग चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) बरेली और भोपाल के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एंड एनीमल डिजीजेज (एनआईएचएसएडी) में भेजे गए हैं,लेकिन अभी तक इनकी कोई रिपोर्ट नहीं आई है।
जू प्रशासन की ओर से यह भी बताया गया कि वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए सैनिटाइजेशन का काम लगातार जारी है। जानवरों के बाड़ों को साफ किया जा रहा है और आसपास की जगहों को संक्रमण से मुक्त रखने की कोशिश हो रही है। वहीं जू में काम कर रहे कीपरों ने दबी जुबान में बताया कि उन्हें लगता है कि बर्ड फ्लू का खतरा अभी टला नहीं है।उनका कहना है कि लगातार हो रही मौतें इस ओर इशारा कर रही हैं कि संक्रमण अभी भी फैला हुआ है।
बता दें कि जू में लगातार हो रही मौतों के पीछे बर्ड फ्लू की आशंका जताई जा रही है।सबसे पहले बब्बर शेर पटौदी की मौत हुई थी,इसके बाद एक मोर और फिर सुर्खाब की मौत हो गई थी,अब नीलगाय के बच्चे की मौत ने हालात को और गंभीर बना दिया है। हालात को देखते हुए जू प्रशासन ने कानपुर जू को 26 मई तक दर्शकों के लिए बंद कर दिया है।यह कदम एहतियात के तौर पर उठाया गया है ताकि संक्रमण और ज्यादा न फैले।अब सबकी नजर भोपाल और बरेली से आने वाली रिपोर्ट्स पर टिकी है।रिपोर्ट्स से ही साफ हो पाएगा कि इन मौतों की असली वजह क्या है।फिलहाल जू प्रशासन और कर्मचारी दोनों ही सतर्क हैं और हालात पर काबू पाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।