ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी
लखनऊ।उत्तर प्रदेश में 2026 में होने वाले पंचायत चुनाव के पहले समाजवादी पार्टी अलर्ट मोड पर आ गई है।सपा चुनाव को लेकर होने वाले आरक्षण परिसीमन पर विशेष निगाह रखेगी।ताकि सत्ताधारी दल कोई गड़बड़ न कर सके। इसके लिए हर जिले में पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।वहीं प्रदेश कार्यालय में भी कुछ वरिष्ठ नेताओं को इस काम में लगाया गया है।ताकि कहीं से कोई गड़बड़ की जानकारी मिलने पर उसे तत्काल चुनाव आयोग तक पहुंचाया जा सके।
सपा इस पर भी नजर रखेगी कि न सिर्फ आरक्षण का पालन हो,बल्कि इसमें किसी तरह का खेल भी न हो सके। इसके लिए सपा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है, जिससे वे अपने ग्राम,क्षेत्र व जिलास्तर पर अधिकारियों के सामने अपना पक्ष मजबूती से कर सकें।सपा नेतृत्व का कहना है कि अगर कहीं कोई गड़बड़ी होती हुई दिखी तो चुनाव आयोग से लेकर कोर्ट तक का विकल्प अपनाया जाएगा।
बता दें कि सपा मुखिया अखिलेश यादव पहले ही कह चुके हैं कि भाजपा के पास डाटा और तकनीक है,वे आईटी प्रोफेशनल्स की मदद ले रहे हैं।ऐसे में इससे इन्कार नहीं किया जा सकता कि सत्ताधारी दल डाटा का अपने मनमुताबिक इस्तेमाल करने की कोशिश करेगा।