ब्यूरो धीरज कुमार द्विवेदी
लखनऊ। धर्म परिवर्तन कराने वाला जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा का नाम उत्तर प्रदेश के टॉप माफिया की सूची में नहीं था,लेकिन छांगुर बाबा किसी माफिया से कम नहीं था। छांगुर बाबा कोठी में 50 युवाओं की कमांडो फोर्स बना रखी थी।ये उसके एक इशारे पर मरने-मारने को उतारू हो जाते थे। जांच में यह भी पता चला है कि छांगुर बाबा की सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन का एक बैंक खाता स्विस बैंक में भी है।
छांगुर बाबा ने कोई फरमान सुनाया तो ये कमांडो फिर किसी की नहीं सुनते थे।दो-तीन बार इनकी करतूत थाने तक भी पहुंची पर छांगुर बाबा की पुलिस-प्रशासन में पैठ से इनका बाल बांका नहीं हुआ। 15 सालों से छांगुर बाबा की ये हुकूमत चलती रही।आतंक पूरे बलरामपुर में था,लेकिन कभी कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई।यूपी एटीएस की ओर दर्ज कराई गई एफआईआर में भी छांगुर बाबा के इन 50 कमांडो का जिक्र है।रिपोर्ट में लिखा है कि ये छांगुर बाबा के इशारे पर कुछ भी करने को तैयार हो जाते थे।कोठी में ही इनके लिए भी घर बने हुए थे,इसमें ही यह सभी रहते थे। इनके खाने-पीने का खर्चा भी छांगुर बाबा ही उठाता था।
यूपी एटीएस को जांच में पता चला है कि नीतू उर्फ नसरीन का एक बैंक खाता स्विस बैंक में भी है।बताया जा रहा है कि बलरामपुर में छांगुर बाबा की आलीशान कोठी ध्वस्त करते समय एक बक्सा मिला था,इसमें दस्तावेज मिले थे,इनमें ही स्विस बैंक के खाते की जानकारी से जुड़े कुछ कागजात थे। रिमांड पर छांगुर बाबा और नीतू से इस बारे में एटीएस ने सवाल पूछे।दोनों संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।यही बताते रहे कि अहमद नाम के एक सहयोगी ने उसके खाते विदेश में खुलवाए थे।
ईडी ने भी एफआईआर दर्ज करने के बाद अपनी जांच तेज कर दी है। ईडी ने छांगुर बाबा की सभी 40 संस्थाओं का बीते 10 साल का आयकर रिटर्न विभाग से मांगा है।ईडी ने सम्भावना व्यक्त की है कि 100 करोड़ से अधिक की सम्पत्ति का लेनदेन इन खातों से निकल सकता है। सभी बैंकों को पत्र भेजकर ब्योरा देने को कहा गया है।ईडी भी जल्दी ही छांगुर बाबा और नीतू उर्फ नसरीन को कस्टडी रिमांड पर लेगी।ईडी के एक अधिकारी के मुताबिक सम्बन्धित विभाग के एसआरओ से छांगुर बाबा की अचल सम्पत्तियों का ब्योरा देने को कहा गया है।विभाग को छांगुर बाबा और नीतू उर्फ नसरीन समेत गिरोह के छह बड़े सदस्यों की सम्पत्ति का ब्योरा भी जुटाया जा रहा है। ईडी ने एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश से सम्पर्क पर एफआईआर कॉपी और अब तक की प्रगति देने को कहा था।पुलिस ने ईडी को एफआईआर और अन्य जानकारी उपलब्ध करा दी है।
एटीएस अधिकारी ने एक साथ छांगुर बाबा से कई सवाल पूछ डाले।छांगुर बाबा ने जवाब दिया वह 15 साल से धर्म परिवर्तन करा रहे हैं। छांगुर बाबा ने कहा कि वह पहले लोगों को अपने धर्म के बारे में बताता है, फिर जो राजी हो जाता है, उसे इस्लाम कुबूल करवाता था।जब उससे पूछा गया कि कई लोगों ने उस पर धमकी और यातनाएं देकर इस्लाम कुबूलवाने का आरोप लगाया है...इस पर कहा कि पहले इस्लाम कुबूलने की बात कहकर मुकरने पर वह गुस्से में धमकी दे देता था। विदेशी फंडिंग पर छांगुर बाबा ने कहा कि कई देशों में उसके सम्बन्ध है। वहां के लोग गरीबों की मदद के लिए रुपये भेजते थे।यह रकम पाने के लिए नीतू उर्फ नसरीन के आठ बैंक खाते खुलवाए थे। बैंक ऑफ बड़ोदा के खाते (5733.....0437) में नेफ्ट के माध्यम से पांच करोड रुपये विदेश से भेजने का खुलासा हुआ। इसमें वर्ष 2021 में 24 फरवरी से 28 जून तक कुल जमा धनराशि 13 करोड़ 90 लाख रुपये रकम रही।