अफगानी करेंसी कहां छपती है,रूपये में कितनी है इसकी कीमत,आइए जाने
अफगानी करेंसी कहां छपती है,रुपये में कितनी है इसकी कीमत,आइए जाने




26 Aug 2021 |  489



 



अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा  हो चुका है।तालिबान के कब्जे से निकट भविष्य में यहां की मुद्रा अफगानी के गिरने या अस्थिर हो जाने की चर्चाओं का बाज़ार भी गर्म हैं।लेकिन संकट के बाद भी अभी तक मुद्रा स्थिर है। 

आपको बता दें कि अफगानिस्तान अपनी करेंसी देश में नहीं बल्कि देश के बाहर से छपवाता है।



कैसी है अफगानी करेंसी,कहां और कैसे  छपती है,आइए जानते हैं। 



अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद बैंकों और करेंसी की हालत को लेकर भी भारी असमंजस की स्थिति है।अफगानी बैंकों से अपना पैसा निकालने के लिए परेशान होकर घूम रहे हैं।

आपको बता दें कि अफगानिस्तान की मुद्रा का नाम भी अफगानी है।एक जमाने में यहां अफगानी रुपया चलता था लेकिन 1925 से देश में नई करेंसी अफगानी शुरू हुई।अफगानिस्तान की करेंसी को छापने और वितरण व नियंत्रण का काम केंद्रीय बैंक द अफगानिस्तान बैंक करता है। इसकी स्थापना 1939 में हुई थी औ काबुल में इस बैंक का मुख्यालय है।पूरे देश में इस बैंक की 46 शाखा हैं।तालिबानी कब्जे के बाद से इस बैंक के प्रमुख का पद रिक्त है।तालिबान ने जब पिछली बार सत्ता पर कब्जा जमाया था, तब भी उसने अफगानी के प्रचलन को जारी रखा था। उस सम अफगानी का बहुत बुरी तरह से अवमूल्यन हुआ था। इस बार भी कुछ ऐसा ही अंदेशा है। 

अफगानिस्तान में एक अफगानी से लेकर 1000 अफगानी तक की करेंसी चलती है। ये मुद्रा अफगानी नोट और सिक्का दोनों रूप में उपलब्ध है। हर पांच साल में द अफगानिस्तान बैंक नए नोट छपवाता है, लेकिन ये नोट अफगानिस्तान में नहीं बल्कि बाहर छपते हैं। 

इंग्लैंड के बेसिंगस्टोक में दुनिया की सबसे बड़ी प्राइवेट करेंसी प्रिंटिंग प्रेस में है और अफगानिस्तान की मुद्रा छपती है। यहां विश्वभर के 140 देशों की करेंसी छपती है।अफगानिस्तान की करेंसी फिलहाल यही छप रही है। 

अफगानिस्तान की करेंसी 80 के दशक में रूस की एक कंपनी छापती थी लेकिन जब अफगानिस्तान में 2002 में हामिद करजई के नेतृत्व में नई लोकतांत्रिक सरकार का गठन हुआ तो इसका जिम्मा ब्रिटेन की कंपनी को दे दिया गया। 

माना जाता है कि ब्रिटेन की ये करेंसी प्रेस ही अफगानिस्तान के नोटों का डिजाइन भी करती है। इसके सुरक्षा मानक बहुत मजबूत हैं। इसलिए नकली नोट बनाने या छापने की आशंका बहुत कम है। अफगानी नोट 01, 05, 10, 50, 100, 500 और 1000 की मुद्रा में छापे जाते हैं।  

 अफगानिस्तान में फिलहाल इस सम भारी उथल-पुथल मची हुई है। लोगों में देश छोड़ने की होड़ है।हवाई अड्डे के बाहर लोगों का हुजूम है। इसका असर अब यहां की मुद्रा पर भी पड़ने की आशंका जताई जा रही है। बात करें भारतीय रूपये से तुलना की तो फिलहाल भारत के 100 रुपये 115 अफगानी के बराबर हैं।


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