मेरठ में 4 लाख घूंस लेते हुए हापुड़ क्राइम ब्रांच का इंस्पेक्टर गिरफ्तार,हत्या के केस में मांगे थे रुपये
मेरठ में 4 लाख घूंस लेते हुए हापुड़ क्राइम ब्रांच का इंस्पेक्टर गिरफ्तार,हत्या के केस में मांगे थे रुपये

24 Dec 2025 |   31



 

मेरठ।उत्तर प्रदेश के मेरठ में हापुड़ क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह को एंटी करप्शन की टीम ने कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में रोहता रोड से चार लाख रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है।इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह बागपत में हुई एक हत्या के मामले में दो आरोपियों के नाम मुकदमे से निकालने के लिए घूंस मांग रहा था।एंटी करप्शन की टीम पिछले 2 दिन से इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह की घेराबंदी में लगी थी रिश्वत की रकम देने के लिए बुधवार को पीड़ित को रोहटा रोड पर बुलाया गया था। इसी दौरान एंटी करप्शन की टीम ने घेराबंदी करते हुए रंगे हाथ आरोपी इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया।

बागपत के खेकड़ा थाना क्षेत्र के गोटखा गांव के लोकेश बैसला ने बुधवार को बताया कि उन्होंने 2021 में गांव के ही रिछपाल से लगभग दो बीघा जमीन खरीदी थी। कुछ दिन बाद रिछपाल का शव गांव में ही पेड़ पर लटका मिला था। रिछपाल के परिजनों ने धारा सिंह, मनोज व अजय पाल के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी।इसके 10 दिन बाद केस को हापुड़ ट्रांसफर कर दिया गया।वर्तमान में हत्या के मुकदमे की जांच हापुड़ क्राइम ब्रांच कर रही है। क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह जांच अधिकारी है।

लोकेश बैसाला का आरोप है कि इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने अजय पाल व मनोज का नाम मुकदमे से निकलवाने के लिए चार लाख रुपये की मांग की।इसकी शिकायत लोकेश ने एंटी करप्शन की टीम से की थी।बुधवार को एंटी करप्शन की टीम में जाल बिछाकर रोहटा रोड से महेंद्र सिंह को रिश्वत के पैसों के साथ रंगेहाथ पकड़ लिया।बताया गया कि रोहटा रोड पर ही महेंद्र सिंह का मकान है।

एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि विजिलेंस टीम इंस्पेक्टर महेंद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा रही है। गंभीरता से मामले की जांच की जाएगी।

बता दें कि इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह का यह रिश्वत लेने का पहला मामला नहीं है।इसके पहले भी उसने बुलंदशहर हाईवे गैंगरेप केस में फर्जी आरोपियों की पेशी की थी।उस समय महेंद्र सिंह ककोड़ थाने का दारोगा था। महेंद्र सिंह ने कई बार वसूली और फर्जी मामलों में संलिप्तता दिखाई है।वहीं एंटी करप्शन टीम की ओर से इस गिरफ्तारी को एक बड़ी सफलता माना जा रहा है,जो पुलिस विभाग में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करती है।
इस गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं होनी चाहिए और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि आम जनता को न्याय मिल सके।

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