यूपी में अवैध धर्म परिवर्तन कराने के लिए विदेशों से फंडिंग के तार जुड़े जाकिर नाइक से
यूपी में अवैध धर्म परिवर्तन कराने के लिए विदेशों से फंडिंग के तार जुड़े जाकिर नाइक से

23 Jul 2025 |   47



 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अवैध धर्म परिवर्तन से जुड़े मामलों को लेकर बड़ी खबर सामने आई है।यूपी में अवैध धर्म परिवर्तन के लिए विदेशों से फंडिंग के तार भगोड़े इस्लामिक कट्टरपंथी जाकिर नाइक से जुड़ रहे हैं।इस मामले में ईडी जल्द ही विस्तृत जांच कर सकती है।

जानें क्या है मामला

बलरामपुर में अवैध धर्म परिवर्तन कराने का गिरोह चला रहे धर्म परिवर्तन माफिया जमालुद्दीन उर्फ छांगुर को विदेशी संस्थाओं से फंडिंग हो रही थी।आयकर विभाग ने भी बीते फरवरी माह में नेपाल सीमा पर छापा मारकर अवैध धर्म परिवर्तन के साथ मस्जिद,मदरसों और मजारों के निर्माण के लिए दक्षिण भारत के कुछ राज्यों से फंडिंग होने के पुख्ता सुराग हासिल किए थे।अब जांच में सामने आया है कि यह फंडिंग भी विदेश से हो रही है,इसमें यूएई,तुर्किए,दुबई, कनाडा,अमेरिका,यूके की कुछ इस्लामिक संस्थाएं संलिप्त हैं। इन इस्लामिक संस्थाओं का निशाना यूपी में नेपाल सीमा के जिले हैं,जहां पर मुस्लिम आबादी को बढ़ाने की कवायद भी चल रही है,जिसमें जाकिर नाइक की भूमिका के कई सबूत मिले हैं,जिन्हें केंद्रीय एजेंसियां वेरीफाई कर रही हैं।

जानें जाकिर नाइक कौन है

जाकिर नाइक एक भारतीय इस्लामी उपदेशक है। जाकिर का जन्म 18 अक्टूबर 1965 को मुंबई में हुआ था।जाकिर इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) और पीस टीवी नेटवर्क का संस्थापक है। जाकिर ने मुंबई के केसी कॉलेज से पढ़ाई की और एमबीबीएस की डिग्री हासिल की, लेकिन बाद में इस्लामिक उपदेश देने लगा। जाकिर इस्लाम की तुलना अन्य धर्मों से करता है।अपने बयानों की वजह से जाकिर विवादों में रहा,उसके कुछ भाषणों को भड़काऊ और अन्य धर्मों के प्रति अपमानजनक माना गया।भारत में जाकिर के संगठन IRF और पीस टीवी पर प्रतिबंध लगा दिया गया। 2016 में जाकिर भारत छोड़कर मलेशिया चले गया,वहां जाकिर स्थायी निवास ले लिया।भारत ने जाकिर के प्रत्यर्पण की मांग की है,लेकिन मलेशिया ने अभी तक इसे स्वीकार नहीं किया। जाकिर के भाषण यूट्यूब और सोशल मीडिया पर देखने को मिलते हैं।

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