मुस्लिम समाज जिंदाबाद,प्राउड इंडियन मुस्लिम,6 वॉट्सऐप ग्रुप,इनसे यूपी में रची गई दंगों की साजिश
मुस्लिम समाज जिंदाबाद,प्राउड इंडियन मुस्लिम,6 वॉट्सऐप ग्रुप,इनसे यूपी में रची गई दंगों की साजिश

24 Jul 2025 |   43



 

मुजफ्फरनगर।पड़ोसी देश पाकिस्तान में हुई नृशंस हत्या का एक वीडियो को मुरादाबाद के मंसूरपुर क्षेत्र का बताकर सोशल मीडिया पर वायरल करने की साजिश में शामिल सात लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।इसमें दो सगे भाई, एक बीए का छात्र और अन्य युवक शामिल हैं।ये बजरंगदल के नाम से वीडियो वायरल करके सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश कर रहे थे।

वीडियो वायरल करने का मामला 21 जुलाई को सामने आया था,जब ककरौली क्षेत्र के तीन युवकों को इस मामले में पहली बार पुलिस ने पकड़ा।जांच के बाद अभी तक सात लोग गिरफ्तार हुए हैं।इस वीडियो को पहले पांच व्हाट्सएप ग्रुपों में शेयर किया गया था,लेकिन बाद में पुलिस की जांच में एक और ग्रुप का नाम सामने आया,जिसके एडमिन को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस के मुताबिक वायरल वीडियो पाकिस्तान का था,जिसमें एक जघन्य हत्या दिखाई गई थी।आरोपियों ने इसे मुरादाबाद के मंसूरपुर गांव की घटना बताकर यह दावा किया कि बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने यह कांड किया है और किसी को छोड़ा नहीं जा रहा,जैसे भड़काऊ संदेशों के साथ वीडियो फैलाया गया। इसके साथ एक ऑडियो क्लिप भी चलाई जा रही थी,जिसमें वीडियो को अधिक से अधिक शेयर करने के लिए उकसाया जा रहा था।

व्हाट्सएप ग्रुपों में यह वीडियो फैलाई गई,उनके नाम खिदमत अब्बासी ग्रुप,प्राउड इंडियन मुस्लिम,मुरादाबाद
मुस्लिम समाज जिंदाबाद,मुजफ्फरनगर
ऑल इंडिया एंप्लॉयर ग्रुप,
ककरौली युवा एकता,मुजफ्फरनगर
उम्मति मुजफ्फरनगर (नया ग्रुप)

पकड़े गए लोगों में शालिक भी है,जो बीए द्वितीय वर्ष का छात्र है।शालिक ने उम्मति मुजफ्फरनगर नाम से एक नया व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था,इसमें 400 से अधिक सदस्य हैं।इसी के माध्यम से वीडियो को फैलाया गया।शालिक मिमलाना रोड का रहने वाला है।अन्य गिरफ्तार लोगों में दो सगे भाई भी हैं,जिन्होंने शाहबुद्दीनपुर रोड स्थित लद्धावाला में फाइन टॉप नाम से कपड़े की दुकान खोल रखी है।मंसूरपुर का रहने वाला एक अन्य आरोपी जमीरूद्दीन खेती करता है।

इस मामले में पहले दर्ज मुकदमे में अब 7 क्रिमिनल लॉ एक्ट की धाराएं भी जोड़ दी गई हैं। इसके अलावा पुलिस ने यूएपीए,धार्मिक भावनाएं भड़काने,देशविरोधी गतिविधियों और अपराध के लिए उकसाने जैसी गंभीर धाराओं में भी कार्रवाई की है।

इस मामले की जांच के लिए एसआईटी समेत तीन पुलिस टीमें को लगी हैं।ये टीमें अब तक जांच में शामिल छह व्हाट्सएप ग्रुपों के लगभग ढाई हजार सदस्यों की पहचान कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने अब तक आधा दर्जन से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारी खुद इस पर नजर बनाए हुए हैं।माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।पुलिस का कहना है कि जो भी इस साजिश में शामिल पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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